पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़ा सीआरपीएफ जवान गिरफ्तार, देश की सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप
एनआईए ने दिल्ली से दबोचा, 6 जून तक रिमांड पर भेजा गया, CRPF से बर्खास्त
नई दिल्ली, 23 मई:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के सहायक उपनिरीक्षक मोती राम जाट को जासूसी के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIOs) से संपर्क में था और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक कर रहा था।
क्या है मामला?
- गिरफ्तारी स्थान: दिल्ली
- आरोपी: मोती राम जाट, सहायक उपनिरीक्षक, CRPF
- संपर्क अवधि: 2023 से लगातार पाकिस्तान के एजेंट्स के संपर्क में
- आरोप: गोपनीय सैन्य जानकारी साझा करना और उसके बदले आर्थिक लाभ लेना
- रिमांड अवधि: 6 जून 2025 तक एनआईए की हिरासत में
- सेवा से बर्खास्त: CRPF ने तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया
क्यों है यह चिंता का विषय?
- आंतरिक सुरक्षा में सेंध: एक सशस्त्र बल का जवान संवेदनशील जानकारियाँ लीक कर रहा था
- धन के बदले जासूसी: पैसा कमाने के लिए देशद्रोह का रास्ता
- पाकिस्तानी नेटवर्क की पैठ: यह गिरफ्तारी बताती है कि पाकिस्तान का जासूसी नेटवर्क अब भी भारत में सक्रिय है
NIA की कार्रवाई:
एनआईए ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां से आरोपी को 6 जून तक रिमांड पर भेज दिया गया है। अब उससे यह जानने की कोशिश की जा रही है कि:
- वह किस-किस प्रकार की जानकारी साझा कर चुका है?
- पाकिस्तान के किन एजेंट्स से उसका संपर्क था?
- क्या अन्य जवान या अधिकारी भी उसकी संपर्क श्रृंखला में हैं?