सीएम योगी ने परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा सुधारों को दी रफ्तार: 3300 करोड़ की योजनाओं का शुभारंभ
शिक्षक-छात्र अनुपात सुधारने और बच्चों की संख्या बढ़ाने पर जोर, 1.90 करोड़ छात्र सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे
लखनऊ, 23 मई:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग की 3300 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास व शुभारंभ किया। लोक भवन में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में सुधार, शिक्षक-छात्र अनुपात संतुलन, स्मार्ट क्लासेस, और डिजिटल शिक्षण को बढ़ावा देने की नई दिशा दी।
मुख्य बातें एक नजर में:
- 3300 करोड़ की योजनाएं लॉन्च
- 1200 करोड़ DBT के माध्यम से ड्रेस व स्टेशनरी के लिए ट्रांसफर
- 7409 स्कूलों में स्मार्ट क्लास, 5258 में ICT लैब
- 51667 शिक्षकों को टैबलेट वितरण
- 503 पीएम श्री विद्यालयों में डिजिटल लाइब्रेरी शुरू
- 43 मॉडल कंपोजिट विद्यालयों और 66 अभ्युदय स्कूलों का शिलान्यास
- 139 कस्तूरबा बालिका विद्यालयों के भवनों का लोकार्पण
शिक्षा सुधार की दिशा में योगी सरकार की पहल:
मुख्यमंत्री ने एकल व शिक्षकविहीन विद्यालयों में सामान्य तबादलों के माध्यम से पर्याप्त शिक्षकों की तैनाती को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि:
“शिक्षक-छात्र अनुपात बेहतर करने के लिए एक ही न्याय पंचायत के अलग-अलग स्कूलों को मिलाकर भी काम किया जा सकता है। जब रिफॉर्म होंगे, तो पहले विरोध होगा, लेकिन जब बेहतर परिणाम आएंगे तो वही लोग चुप हो जाएंगे।”
डिजिटल युग की ओर परिषदीय स्कूल:
- स्मार्ट असेसमेंट के लिए ‘निपुण प्लस’ एप लॉन्च
- राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान में ‘एजुकेशनल ब्रॉडकास्ट स्टूडियो’ शुरू
- बीएड/एमएड छात्रों को स्कूलों में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़े जाने का प्रस्ताव
सम्मान व प्रेरणा:
- निपुण आकलन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्रधानाध्यापिका जूली मलिक को किया सम्मानित
- 5 उत्कृष्ट शिक्षकों को मंच पर किया गया सम्मानित
ब्रजेश पाठक का संबोधन:
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब बीमारू राज्य की छवि से बाहर निकलकर विकासशील राज्य बन चुका है। उन्होंने कहा:
“आज सरकारी स्कूलों में 1.90 करोड़ छात्र पढ़ रहे हैं, जो पहले 8-10 होते थे। शिक्षक नियमित रूप से आ रहे हैं। यह एक क्रांति है।”