अब जितनी पढ़ाई, उतनी ही डिग्री – छात्रों के लिए नई शिक्षा प्रणाली लागू
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत राज्य विश्वविद्यालयों में लचीलापन
राज्य विवि में छात्रों को मिलेगा पढ़ाई के अनुरूप प्रमाण पत्र
प्रयागराज। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) को लागू करते हुए राज्य विश्वविद्यालयों ने इस वर्ष से छात्रों को उनकी पढ़ाई के अनुरूप डिग्री या डिप्लोमा देने की नई व्यवस्था शुरू कर दी है।
अब यदि कोई छात्र किसी कारणवश पूरा कोर्स नहीं कर पाता है, लेकिन एक या दो वर्ष की पढ़ाई पूरी करता है, तो उसे उसी के आधार पर प्रमाण पत्र या डिप्लोमा प्रदान किया जाएगा।
शिक्षा में लचीलापन और समानता की ओर कदम
राज्य विश्वविद्यालय परीक्षा समिति ने इस व्यवस्था पर मुहर लगाई है। शैक्षिक वर्ष 2023-24 से लागू इस प्रणाली में छात्रों को उनकी मेहनत और पढ़ाई के अनुरूप शैक्षणिक प्रमाणपत्र मिलेगा, चाहे वे कोर्स बीच में ही क्यों न छोड़ दें।
यह निर्णय शिक्षा की पारदर्शिता और छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। राज्य उच्च शिक्षा परिषद के सचिव प्रो. राजेंद्र सिंह ने बताया कि यह पहल छात्रों को शैक्षणिक निरंतरता बनाए रखने में भी सहायक होगी।
डिप्लोमा और प्रमाण पत्र के लिए फीस केवल ₹100
छात्रों को प्रमाण पत्र या डिप्लोमा प्राप्त करने के लिए सिर्फ ₹100 की नाममात्र फीस चुकानी होगी। छात्र www.prsuprayagraj.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर छात्रों को ‘स्टूडेंट डैशबोर्ड’ के माध्यम से अपना नाम, कोर्स, अंकपत्र एवं प्रमाण पत्र डाउनलोड करने की सुविधा भी दी जाएगी।
नई प्रणाली के फायदे
- छात्रों को उनकी पढ़ाई के अनुसार मान्यता
- कोर्स अधूरा छोड़ने पर भी मिलेगा प्रमाण पत्र
- कम फीस में प्रमाण पत्र और डिप्लोमा
- डिजिटल माध्यम से सुविधा पूर्ण प्रक्रिया