बच्चे की मौत के मामले में दो शिक्षिकाएं गिरफ्तार, स्कूल में पिटाई और पानी न देने का आरोप
स्थान: प्रयागराज, नैनी | तिथि: 22 मई 2025 | स्रोत: अमर उजाला
तीन वर्षीय मासूम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
प्रयागराज के नैनी क्षेत्र स्थित एक निजी स्कूल में तीन वर्षीय बच्चे की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए स्कूल की दो शिक्षिकाओं को गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह घटना छह दिन पहले घटी थी, जब कक्षा में पढ़ाई के दौरान बच्चे की तबीयत बिगड़ गई थी।
शिक्षिकाओं पर गंभीर आरोप: थप्पड़ मारा और पानी नहीं दिया
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि मृतक मासूम को शिक्षिकाओं ने न केवल थप्पड़ मारा, बल्कि तबीयत बिगड़ने के बाद भी उसे पानी नहीं दिया गया। बच्चे के भाई ने बताया कि उसने शिक्षिकाओं से पानी मांगा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
एक शिक्षिका आरती जयसवाल ने अपने बयान में कहा कि बच्चा क्लास में शरारत कर रहा था, जिस पर उसे थप्पड़ मारा गया। रोने के बाद भी वह उसे पीटती रही। यह सब उसके भाई ने अपनी आंखों से देखा और वह डर के मारे कुछ कह नहीं पाया।
एफएसएल रिपोर्ट से साफ होगी स्थिति
पुलिस ने एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी) रिपोर्ट के लिए मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद भेजा है। रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो सकेगा कि बच्चे की मौत किन परिस्थितियों में हुई और शरीर पर चोट के निशान कितने गंभीर थे।
बच्चे की मौत के बाद स्कूल में मचा हड़कंप
मासूम की मौत के बाद स्कूल में हड़कंप मच गया। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और सबूत जुटाने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले।
पुलिस का बयान
जांच अधिकारी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि दोनों शिक्षिकाओं को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।