भ्रष्टाचार की शिकायत पर उरुवा खंड शिक्षा अधिकारी निलंबित
प्रयागराज/मेजा: शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायते लगातार सामने आ रही हैं। ताजा मामला उरुवा के खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) राजेश यादव का है, जिन्हें घूस लेने और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है।
शिक्षकों से घूस की मांग और 50 हजार की डिमांड
उच्च प्राथमिक विद्यालय त्रिपुरखुर्द के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रदीप पाल ने राजेश यादव पर आय-व्यय का ब्योरा देने के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया कि यह मांग विद्यालय समिति की बैठक के आयोजन के संबंध में की गई थी।
नियमों की अनदेखी और प्रशासनिक लापरवाही
शिक्षकों का आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी शिक्षकों से फाइल पास करवाने के नाम पर भी रुपये लेते थे। यही नहीं, उन्होंने विभागीय निर्देशों की अवहेलना की और शिक्षकों के प्रति असंवेदनशीलता दिखाई।
तीन बार मांगा गया था स्पष्टीकरण
खंड शिक्षा निदेशक (बेसिक) ने राजेश यादव से तीन बार स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर 28 अप्रैल को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जवाब में संतोषजनक सफाई न देने पर यह कार्रवाई की गई।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख
राज्य सरकार ने साफ किया है कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 25 से 50 हजार रुपये घूस लेने की शिकायतों के बाद विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई तेज कर दी गई है।
SARKARIKALAM