ऑपरेशन सिंदूर को वैश्विक समर्थन, भारत की कार्रवाई को बताया जायज
नई दिल्ली।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा चलाए जा रहे “ऑपरेशन सिंदूर” को वैश्विक स्तर पर जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। दुनिया की प्रमुख लोकतांत्रिक ताकतों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को पूर्ण रूप से उचित बताया है। कई देशों ने पाकिस्तान को सख्त संदेश भी दिए हैं कि आतंकवाद को पनाह देना बंद करें और अपनी जमीन का इस्तेमाल हमलों के लिए न होने दें।
इज़राइल: “आतंकी दुनिया में कहीं नहीं छिप सकते”
भारत में इज़राइली राजदूत रियुवेन अजार ने कहा:
“इज़राइल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकियों को समझ लेना चाहिए कि निर्दोषों की जान लेने वालों को अब दुनिया में कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी।”
नीदरलैंड: “कश्मीर 100% भारत का हिस्सा”
सांसद गीर्ट वाइल्डर्स ने सोशल मीडिया पर कहा:
“कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। पाकिस्तान को आतंकवाद के समर्थन से बाज आना चाहिए।”
उन्होंने #Pahalgam के साथ #PakistanBehindTerrorism हैशटैग का भी प्रयोग किया।
ब्रिटेन: “भारत की प्रतिक्रिया उचित, पाकिस्तान आतंकी ढांचे पर लगाम लगाए”
- प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और विदेश मंत्री डेविड लैमी ने पहलगाम हमले की निंदा की और भारत की प्रतिक्रिया को न्यायोचित ठहराया।
- पूर्व पीएम ऋषि सुनक और सांसद प्रीति पटेल ने भी कहा कि भारत को आतंकी ठिकानों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने का पूरा अधिकार है।
फ्रांस: “आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है फ्रांस”
विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने कहा:
“पहलगाम हमला दुर्भाग्यपूर्ण है। फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है और भारत की सुरक्षा के लिए उसके हर कदम का समर्थन करता है।”
पनामा: “भारत को पूरा समर्थन”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य पनामा ने भी भारत का समर्थन किया और एक बयान में कहा:
“हम आतंकवाद के विरुद्ध भारत की लड़ाई में उसके साथ हैं। पहलगाम हमला मानवता पर हमला है।”
निष्कर्ष
भारत द्वारा आतंक के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंदूर को वैश्विक मंच पर जो समर्थन मिला है, वह न केवल भारत की विदेश नीति की सफलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि अब विश्व समुदाय आतंकवाद को शह देने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपना रहा है।
लेखक: Sarkari Kalam ब्यूरो
टैग्स: #OperationSindoor #PahalgamAttack #IndiaStrikesBack #GlobalSupport #PakistanTerror
क्या आपको लगता है कि भारत को और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए? नीचे कमेंट में अपनी राय जरूर दें।