यूपीएसएसएससी पीईटी को लेकर बड़ा बदलाव, अब तीन वर्षों तक मान्य होगा स्कोर
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) को लेकर सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है। आयोग की सिफारिश पर विचार करते हुए उत्तर प्रदेश शासन ने दिनांक 20 नवंबर, 2020 के शासनादेश में आंशिक संशोधन किया है, जिससे लाखों प्रतियोगी अभ्यर्थियों को सीधा लाभ मिलेगा।
अब PET स्कोर रहेगा तीन वर्षों तक वैध
पूर्व में PET स्कोर की वैधता एक वर्ष की थी, जिससे हर वर्ष अभ्यर्थियों को पुनः परीक्षा देनी पड़ती थी। लेकिन अब यह स्कोर तीन वर्षों तक वैध रहेगा। इसका मतलब है कि एक बार PET में सफल होने के बाद अभ्यर्थी अगले तीन वर्षों तक आयोग द्वारा जारी की जाने वाली विभिन्न भर्तियों में आवेदन कर सकेंगे।
वार्षिक रूप से आयोजित होगी PET परीक्षा
नई व्यवस्था के अनुसार प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) का आयोजन हर वर्ष किया जाएगा, जिससे नए और पुराने दोनों अभ्यर्थियों को बराबर का अवसर मिलेगा। इससे परीक्षा की पारदर्शिता भी बढ़ेगी और चयन प्रक्रिया अधिक सुव्यवस्थित होगी।
एक से अधिक PET स्कोर में मान्य होगा सर्वाधिक नार्मलाइज्ड स्कोर
अगर किसी अभ्यर्थी के पास एक से अधिक PET स्कोर उपलब्ध हैं, तो ऐसे में उसे सर्वाधिक वैध नार्मलाइज्ड स्कोर के आधार पर आवेदन करने की सुविधा दी जाएगी। यही स्कोर उसकी शॉर्टलिस्टिंग के लिए मान्य माना जाएगा। यह बदलाव अभ्यर्थियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा, क्योंकि उन्हें हर बार परीक्षा देने की मजबूरी से मुक्ति मिलेगी।
क्या है नार्मलाइज्ड स्कोर?
नार्मलाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें परीक्षा के विभिन्न शिफ्टों के कठिनाई स्तर को ध्यान में रखते हुए अंकों को संतुलित किया जाता है। इससे हर अभ्यर्थी को समान अवसर मिलता है, चाहे उसकी परीक्षा किसी भी शिफ्ट में हुई हो।
सरकार ने दी औपचारिक स्वीकृति
शासन ने इस संशोधन पर औपचारिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। अब आयोग को निर्देशित किया गया है कि वह इस निर्णय के अनुसार आगे की कार्यवाही सुनिश्चित करे।
निष्कर्ष:
यह निर्णय न केवल अभ्यर्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, बल्कि इससे आयोग की भर्ती प्रक्रिया भी अधिक प्रभावी, पारदर्शी और व्यावहारिक बन सकेगी। तीन वर्षों तक PET स्कोर की मान्यता देना एक क्रांतिकारी कदम है, जिससे लाखों युवाओं को राहत मिलेगी।