मेटा का नया एआई ऐप: चैटजीपीटी को चुनौती, सोशल मीडिया के अनुभव के साथ एआई का नया अध्याय
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तेजी से विकसित हो रहे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में मेटा प्लेटफॉर्म्स ने एक नया कदम उठाते हुए चैटजीपीटी को टक्कर देने के लिए एक स्टैंडअलोन एआई एप लॉन्च किया है। इस ऐप की खासियत यह है कि इसमें सोशल मीडिया घटक भी शामिल है, जिससे यह न केवल एक सामान्य चैटबॉट बल्कि एक व्यापक और पर्सनलाइज्ड AI अनुभव बन जाता है।
लामा 4 AI सिस्टम पर आधारित
मेटा का यह एआई एप कंपनी के नवीनतम LLaMA 4 AI सिस्टम पर आधारित है। इसमें एक डिस्कवर फीड शामिल है, जो उपयोगकर्ताओं को यह दिखाता है कि अन्य लोग एआई के साथ किस तरह बातचीत कर रहे हैं। यह फीड पुराने फेसबुक अनुभव की तरह है, लेकिन इसका फोकस पूरी तरह एआई यूज-केसेज़ पर है।
वॉयस मोड और सोशल मीडिया इंटीग्रेशन
एप में एक वॉयस मोड भी है, जिससे उपयोगकर्ता बोलकर एआई से बातचीत कर सकते हैं – जो इसे अधिक सहज और संवादात्मक बनाता है। इसके अलावा, यूजर अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम खातों को लिंक कर सकते हैं, जिससे एआई अनुभव तुरंत वैयक्तिकृत (personalized) हो जाता है।
सोशल मीडिया से मिली सीख
फॉरेस्टर रिसर्च के डायरेक्टर माइक प्रोलक्स के अनुसार, मेटा ने अपने सोशल मीडिया अनुभव का लाभ उठाकर इस ऐप को विशिष्ट रूप दिया है। चैटजीपीटी से अलग, मेटा एआई ऐप में यूजर इंटरएक्शन और सोशल एंगेजमेंट पर खास फोकस है।
जुकरबर्ग और नडेला की चर्चा
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला के बीच हाल ही में एक तकनीकी संवाद हुआ। जुकरबर्ग ने माना कि एआई को लेकर आशंकाएं वाजिब हैं, क्योंकि यदि इससे उत्पादकता में उछाल आता है तो इसका असर GDP पर भी दिखना चाहिए — लेकिन यह बदलाव समय लेगा।
नडेला ने एआई की तुलना बिजली के आविष्कार से करते हुए कहा कि एआई में अपार संभावनाएं हैं, लेकिन इसे वास्तविक उत्पादकता वृद्धि में बदलने के लिए अभी और कार्य की आवश्यकता है।
ओपन-सोर्स दृष्टिकोण
जहां प्रतिस्पर्धी कंपनियां एआई को एक प्रोप्राइटरी प्रोडक्ट के रूप में पेश कर रही हैं, वहीं मेटा ने एक अलग राह अपनाते हुए इसे एक ओपन-सोर्स प्रोडक्ट के रूप में मुफ्त में जारी किया है। यह कदम डेवलपर्स और शोधकर्ताओं के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करता है, जिससे वे इस तकनीक को अपने प्रयोगों और उत्पादों में सहज रूप से इस्तेमाल कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
मेटा का यह कदम न केवल चैटजीपीटी को चुनौती देता है, बल्कि यह एआई और सोशल मीडिया के मेल को एक नए रूप में प्रस्तुत करता है। वॉयस मोड, डिस्कवर फीड और पर्सनलाइजेशन के माध्यम से यह ऐप भविष्य में मानव-एआई सहयोग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण बन सकता है।
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