यूपी में बदला मौसम का मिजाज: तेज हवा और बूंदाबांदी ने दिलाई राहत, 2 से 4 मई तक और बिगड़ेगा हाल
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से जारी लू और चिलचिलाती गर्मी से लोगों को अब राहत मिलती नजर आ रही है। पूर्वी और तराई इलाकों में तेज हवाओं और बूंदाबांदी के चलते मौसम ने अचानक करवट ले ली है। सुबह और शाम की ठंडी हवा ने लोगों को अप्रैल में फरवरी जैसा एहसास कराया है।
तापमान में गिरावट से मिली राहत
मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटों में इन इलाकों में अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। बूंदाबांदी और हवाओं ने लू के थपेड़ों से राहत दी है, जिससे लोगों को चैन की सांस मिली है।
अलर्ट जारी: 30 जिलों में गरज-चमक और वज्रपात की चेतावनी
बुधवार के लिए मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के 30 जिलों में अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी और वज्रपात की आशंका जताई गई है।
इन जिलों में अधिक खतरा
गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर सहित आसपास के इलाके।
नया पश्चिमी विक्षोभ देगा फिर से दस्तक
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, मई की शुरुआत में एक नया शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसकी चपेट में पूरा प्रदेश आएगा और 2 से 4 मई के बीच तेज हवा, गरज-चमक और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
क्या कहता है मौसम का ये बदला मिजाज?
- किसानों के लिए यह बदलाव फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है, विशेषकर गेहूं की कटाई के बाद भंडारण पर असर पड़ सकता है।
- आमजन के लिए यह गर्मी से राहत का समय है, लेकिन बिजली गिरने और तेज हवाओं से सतर्क रहने की जरूरत है।
- लोगों को सलाह दी गई है कि खुले स्थानों पर न रहें, मोबाइल चार्जिंग से बचें और वज्रपात के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।