8 साल से नहीं हुआ सामान्य तबादला, यूपी बीटीसी शिक्षक संघ ने उठाई आवाज

दूर दराज ब्लॉकों में फंसे शिक्षक, बेसिक शिक्षा विभाग से सामान्य तबादले की मांग

उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ ने रविवार को लखनऊ के दारुलसफा में हुई अपनी प्रांतीय कोर कमेटी बैठक में शिक्षकों के सामान्य (ओपेन) तबादलों की
मांग तेज कर दी है। संघ ने कहा कि 2017 के बाद से आज तक जिले के भीतर सामान्य तबादले नहीं हुए, जिससे हजारों शिक्षक अपने घरों से दूर
कठिन परिस्थितियों में सेवा देने को मजबूर हैं।

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अनिल यादव ने जताई चिंता: शिक्षक घर से दूर परेशान 🚶‍♂️

संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बैठक में कहा:

“सैकड़ों शिक्षक ऐसे हैं जो अपने घर से 100 किलोमीटर दूर तक नौकरी कर रहे हैं। परस्पर तबादले (म्यूचुअल ट्रांसफर) के लिए जोड़े भी नहीं बन पा रहे हैं। सामान्य तबादला ही इसका एकमात्र समाधान है।”


1 मई को जंतर-मंतर पर ओल्ड पेंशन के समर्थन में धरना 🧓

यही नहीं, संघ ने ऐलान किया कि राष्ट्रीय मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) द्वारा
1 मई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन को भी पूरा समर्थन दिया जाएगा।
पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर शिक्षक भी इस धरने में शामिल होंगे।


प्रांतीय महामंत्री संदीप दत्त और अन्य नेताओं ने उठाए मुद्दे

बैठक में अन्य प्रमुख मांगें भी उठाई गईं:

  • कक्षा 1 से 3 के बच्चों को जल्द निशुल्क पाठ्यपुस्तकें वितरित करने की मांग।
  • शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने और समायोजन प्रक्रिया जल्द शुरू करने की अपील।
  • नियमित शिक्षक भर्ती प्रक्रियाओं में तेजी लाने की मांग।

बैठक में प्रमुख नेता रहे मौजूद 🤝

बैठक में प्रदेश कोषाध्यक्ष सुधोशकर यादव, प्रवक्ता विनय,
जमशेद अंसारी, रामधन यादव, अजित सिंह, बेनीमाधव सिंह सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।
सभी ने एक सुर में सरकार से शिक्षकों के हितों को लेकर जल्द निर्णय लेने की अपील की।


निष्कर्ष: शिक्षकों की मांगें जायज, सरकार को करना चाहिए सकारात्मक पहल

8 वर्षों से तबादले का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए यह एक गंभीर मुद्दा है।
सामान्य तबादला प्रक्रिया शीघ्र शुरू करना ही
शिक्षकों के मनोबल को बढ़ाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने का सही रास्ता है।


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