नेपाल बॉर्डर से सटे जिले में बड़ी कार्रवाई: बिना मान्यता के चल रहे 10 मदरसे बंद
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श्रावस्ती: नेपाल सीमा से लगे संवेदनशील जिलों में बिना मान्यता के संचालित हो रहे मदरसों पर अब प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने शनिवार को भिनगा और जमुनहा क्षेत्रों में बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 मदरसों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया।
कड़ी कार्रवाई का आदेश
डीएम द्विवेदी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी मदरसों की गहन जांच की जाए और जिनके पास वैध कागजात नहीं हैं, उन पर त्वरित कार्रवाई की जाए। इसी क्रम में एसडीएम भिनगा आशीष भारद्वाज के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
जिन मदरसों पर गिरी गाज
जांच के दौरान निम्न मदरसों के संचालन पर सवाल उठे:
- मदरसा दारुल उलूम गुलजारे मदारगढ़
- मदरसा इमदादुल उलूम करमिया शाहपुर शिवदीन
- अरबिया गुलशन मुस्तफा सदायें रजा परसा डेहरिया
- अरबिया गौसिया शफी उल उलूम अशरफ नगर
- सिराजुल उलूम शाहपुर कला
- जामिया मसूदिया वारिमुल उलूम भंगहा बाजार
- मदरसा अहले सुन्नत मदार उल उलूम ताल बघौड़ा
इन सभी मदरसों को वैध कागजात प्रस्तुत करने के लिए दो दिन का समय दिया गया है। दस्तावेज प्रस्तुत न करने की स्थिति में इनके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों के भविष्य का ख्याल
प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि बंद किए गए मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को पास के सरकारी (परिषदीय) विद्यालयों में दाखिला दिलाया जाए, ताकि उनकी शिक्षा बाधित न हो।
क्यों जरूरी थी यह कार्रवाई?
नेपाल सीमा से सटे जिले होने के कारण इस क्षेत्र की सुरक्षा और सामाजिक संवेदनशीलता बेहद अहम है। बिना वैध अनुमति संचालित हो रहे शैक्षणिक संस्थान, विशेषकर मदरसे, कानून व्यवस्था और सुरक्षा के लिहाज से चिंता का विषय बन सकते हैं। प्रशासन की यह कार्रवाई इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
क्या आप मानते हैं कि बिना मान्यता के चलने वाले शिक्षण संस्थानों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए?
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