परिषदीय स्कूलों में कोडिंग, एआई और डिजिटल लिटरेसी होगी पढ़ाई का हिस्सा, शिक्षकों की ट्रेनिंग शुरू
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों (कक्षा 6 से 8) में अब विद्यार्थियों को कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजिटल लिटरेसी जैसे आधुनिक विषयों की भी पढ़ाई कराई जाएगी। इस पहल के तहत शिक्षकों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के लिए ट्रिपल आईटी लखनऊ में डायट प्रवक्ताओं का प्रशिक्षण शुरू हो गया है।
यह ट्रेनिंग 25 अप्रैल तक चलेगी, जिसके बाद ये डायट प्रवक्ता जिलों में शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल शिक्षा की महानिदेशक कंचन वर्मा ने किया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य
- बच्चों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाना।
- कोडिंग और AI का सुरक्षित एवं सही उपयोग सिखाना।
- शिक्षकों को तकनीक आधारित नई शिक्षण विधियों से परिचित कराना।
प्रमुख वक्ताओं ने क्या कहा?
- कंचन वर्मा (महानिदेशक, स्कूल शिक्षा): “तकनीकी का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों को इसके प्रति सजग और दक्ष बनाना आवश्यक है।”
- गणेश कुमार (निदेशक, SCERT): “ट्रिपल आईटी के विशेषज्ञों से शिक्षकों को तकनीकी नवाचारों की जानकारी मिलेगी।”
- डा. पवन सचान (संयुक्त निदेशक, SCERT): “हर जिले के 10 शिक्षकों को यह प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।”
उपस्थित प्रमुख विशेषज्ञ
- प्रो. डा. दीपक सिंह (ट्रिपल आईटी)
- प्रो. वीपी सिंह (चेयरमैन, एशिया कोचिंग नेटवर्क)
यह कदम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत तकनीकी शिक्षा को प्राथमिक स्तर पर बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यदि आप चाहें तो मैं इस विषय पर एक प्रेस विज्ञप्ति, सोशल मीडिया पोस्ट या पोस्टर भी डिजाइन कर सकता हूँ।