राज्य विश्वविद्यालय में परीक्षा में क्यूआर कोड की शुरुआत
प्रयागराज – केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की तर्ज पर अब प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय में भी विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) पर क्यूआर कोड होगा। यह निर्णय कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया।
क्या बदलाव होगा?
अब परीक्षा केंद्रों में प्रवेश करते समय एडमिट कार्ड को स्कैन किया जाएगा, जिससे परीक्षार्थी की पहचान और प्रवेश पत्र की सत्यता की आसानी से जांच की जा सकेगी। इस बदलाव से फर्जी प्रवेश पत्र के प्रवेश पर रोक लगेगी और परीक्षा में पारदर्शिता बढ़ेगी।
क्यूआर कोड का उद्देश्य
क्यूआर कोड के माध्यम से परीक्षार्थियों की सही पहचान और प्रवेश पत्र की असलियत की जांच को सरल और प्रभावी बनाया जाएगा। इससे परीक्षा में धांधली और फर्जीवाड़ा को कम किया जा सकेगा। इसके अलावा, परीक्षार्थी का ई-परिचय पत्र भी क्यूआर कोड के साथ उपलब्ध होगा, जिसे ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकेगा।
परीक्षा केंद्र और प्रक्रिया
इस बार परीक्षा केंद्रों में राजकीय महाविद्यालय और अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालय ही शामिल होंगे, जबकि स्व केंद्र प्रणाली को समाप्त किया गया है। इसके अलावा, प्रोफेशनल और परास्नातक पाठ्यक्रम की परीक्षा वित्तविहीन कॉलेजों में नहीं कराई जाएगी।
परीक्षा कार्यक्रम
राज्य विश्वविद्यालय की वार्षिक और सेमेस्टर परीक्षाएं 1 मई से प्रस्तावित हैं। इस बार, सवा पांच लाख विद्यार्थी इन परीक्षाओं में शामिल होंगे। परीक्षा का समापन 29 मई को होगा।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के परास्नातक (पीजी) पाठ्यक्रमों के लिए सेमेस्टर परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम भी जारी किया गया है। परीक्षा के कई विषयों का कार्यक्रम पहले ही घोषित किया जा चुका है।
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