उत्तर प्रदेश में ऑपरेशन कायाकल्प का कमाल: सरकारी स्कूल हो रहे अत्याधुनिक, 11,000 करोड़ का निवेश
लखनऊ:
प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को बेहतर बनाने की दिशा में “ऑपरेशन कायाकल्प” बड़ा परिवर्तन लेकर आया है। वर्ष 2018 में शुरू हुए इस अभियान के तहत अब तक 19 में से 9 पैरामीटर पर 100% लक्ष्य हासिल किया जा चुका है।
प्रमुख उपलब्धियाँ:
- साफ पेयजल, शौचालय, ब्लैकबोर्ड, विद्युतीकरण जैसे मानकों पर 100% काम पूरा।
- स्कूल फर्नीचर की उपलब्धता 2018 में 19% से अब 65% तक पहुंची।
- टाइल्स युक्त शौचालय 21% से बढ़कर 91% तक पहुँचे।
- बाउंड्रीवॉल (98%) व रसोईघर नवीनीकरण (94%) तकरीबन पूरा।
- कुल 11,000 करोड़ रुपये का निवेश विभिन्न विभागों से मिलकर किया गया।
15 डायट बनेंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE): 170 करोड़ का बजट मंजूर
प्रदेश के 15 ज़िलों के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (DIET) को अब सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय के पब्लिक एडवाइजरी बोर्ड (PAB) ने इसके लिए ₹170 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है।
प्रमुख सुविधाएँ जो मिलेंगी:
- ऑडिटोरियम, स्मार्ट क्लासरूम, 100-सीटर छात्रावास
- STEM (Science, Technology, Engineering, Maths) लैब
- सोलर पैनल से युक्त हर डायट
दूसरे चरण में शामिल 15 डायट:
गाजीपुर, बरेली, गौतमबुद्ध नगर, मथुरा, प्रतापगढ़, भदोही, आजमगढ़, उन्नाव, हाथरस, कानपुर नगर, सुल्तानपुर, फिरोजाबाद, श्रावस्ती, बागपत व कौशांबी।
SCERT के संयुक्त निदेशक पवन सचान के अनुसार, डायट को आधुनिक बनाने से शिक्षकों का प्रशिक्षण बेहतर होगा और शिक्षा व्यवस्था में नवाचार व शोध को बढ़ावा मिलेगा।