उत्तर प्रदेश: शिक्षक की ‘स्कूल चलो’ अपील पर ग्रामीणों ने की पिटाई, स्कूल बंद, पुलिस ने दर्ज किया मामला
– घाघऊ कलां प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक जितेंद्र सिंह ने अभिभावकों से कहा था— “बच्चों को खेतों की बजाय स्कूल भेजें”, इस पर दबंगों ने स्कूल में घुसकर की मारपीट
आगरा, 12 अप्रैल 2025 – उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के घाघऊ कलां गांव में एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक जितेंद्र सिंह को स्कूल चलो अभियान के तहत बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने की सजह मिली। गुरुवार को जब उन्होंने अभिभावकों से कहा कि “बच्चों को खेतों में काम कराने की बजाय स्कूल भेजें”, तो गांव के कुछ दबंगों ने उन्हें स्कूल में घुसकर पीट दिया। घटना के विरोध में शिक्षकों ने स्कूल बंद कर दिया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
घटना की मुख्य बातें
- क्या हुआ?
- शिक्षक जितेंद्र सिंह (निवासी फतेहपुर सीकरी) घर-घर जाकर अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने की अपील कर रहे थे।
- उन्होंने कहा: “खेतों में बच्चों से काम करवाने से उनका भविष्य खराब होगा।”
- इस पर गांव के अंशुल, विष्णु, रिषी और राकेश नामक युवक भड़क गए और स्कूल पहुंचकर उनकी पिटाई कर दी।
- शिक्षकों का विरोध
- साथी शिक्षकों ने स्कूल बंद कर थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई।
- घायल शिक्षक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
- पुलिस की कार्रवाई
- आईपीसी की धारा 323 (मारपीट), 504 (गाली-गलौज) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज।
- आरोपियों की तलाश जारी।
स्थानीय प्रतिक्रिया
- ग्रामीणों का पक्ष: कुछ लोगों का कहना है कि “खेती के काम में बच्चों की मदद जरूरी है, शिक्षक ने हद पार कर दी।”
- शिक्षक संघ की प्रतिक्रिया:
- “यदि शिक्षकों की सुरक्षा नहीं होगी, तो गांवों में शिक्षा अभियान कैसे चलेगा?”
- जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) से हस्तक्षेप की मांग।
बड़ा सवाल
- क्या ग्रामीण समाज में शिक्षा के महत्व को लेकर जागरूकता की कमी है?
- शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या विशेष दिशा-निर्देश बनाए जाने चाहिए?
निष्कर्ष
यह घटना ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था और सामाजिक मानसिकता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन को शिक्षकों की सुरक्षा और जागरूकता अभियान पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
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(शिकायत या सहायता के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन: 1098 या पुलिस हेल्पलाइन: 112 पर संपर्क करें।)