ट्रंप के वार से बाजारों में हाहाकार
संक्रमण का कारण: व्यापार युद्ध की गहराई और मंदी की आशंका से निवेशक घबराए
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन पर 50% शुल्क लगाने की चेतावनी से वैश्विक बाजारों में हड़कंप मच गया है। इसका सबसे गहरा असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा, जहां सेंसेक्स 743 अंकों की गिरावट के साथ 72,500 के नीचे आ गया। निवेशकों की संपत्ति में 4.54 लाख करोड़ रुपये की भारी गिरावट दर्ज की गई है।
ट्रेड वॉर की चिंताओं ने विदेशी निवेशकों को बेचने पर मजबूर कर दिया, जिससे पूरे दिन शेयरों में बिकवाली का माहौल बना रहा। निफ्टी भी 226.79 अंक गिरकर 21,951.15 पर बंद हुआ। यह पिछले एक साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है।
गिरावट के प्रमुख कारण:
- वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध की बढ़ती आशंका
- अमेरिका और चीन के बीच तनाव
- मंदी की वैश्विक भविष्यवाणी
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली
- घरेलू स्तर पर कमजोर नीतिगत संकेत
- ब्याज दरों में संभावित बढ़ोतरी
सबसे ज्यादा टूटने वाले बाजार:
बाजार | गिरावट (प्रतिशत) |
---|---|
शेयर बाजार, मुंबई | 13.22% |
शंघाई स्टॉक एक्सचेंज | 7.83% |
टोक्यो निक्केई | 7.34% |
ट्रंप का ऐलान:
राष्ट्रपति ट्रंप ने साफ कहा कि चीन को अपनी व्यापार नीति में बदलाव लाना होगा, अन्यथा अमेरिका 50% तक का टैरिफ लगाएगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था पहले ही सुस्ती के दौर से गुजर रही है।
“हम पीछे नहीं हटेंगे, अमेरिका को उसका हिस्सा मिलकर रहेगा” – डोनाल्ड ट्रंप
चीन का जवाब:
चीन ने इस चेतावनी को गंभीरता से लिया है और अमेरिका पर अपने हिस्से का आरोप लगाया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि “अमेरिका अब अपनी सीमाएं पार कर रहा है और इसका असर वैश्विक बाजारों पर पड़ेगा।” यह तनाव जल्द सुलझता नहीं दिख रहा।