यूपी पुलिस में दिखेगा कॉर्पोरेट लुक, नए सिपाही होंगे आधुनिक और स्मार्ट
रिपोर्ट: विधि सिंह | अपडेट: अप्रैल 2025
उत्तर प्रदेश में पुलिसिंग अब केवल वर्दी और ड्यूटी तक सीमित नहीं रहेगी। 60 हजार से अधिक नव नियुक्त सिपाही अब कॉर्पोरेट लुक में नजर आएंगे। उनकी ट्रेनिंग इस महीने से शुरू होने जा रही है, जिसमें आधुनिकता, स्मार्टनेस और पेशेवर व्यवहार पर खास ज़ोर दिया जा रहा है।
आईआईएम और साइबर एक्सपर्ट्स की विशेष कक्षाएं इन सिपाहियों को दी जाएंगी, जिससे वे तकनीकी रूप से दक्ष बन सकें। प्रशिक्षण के बाद सिपाही सिर्फ अनुशासन में नहीं बल्कि आत्मविश्वास में भी आगे दिखेंगे। उन्हें बॉडी लैंग्वेज, संवाद शैली और तनाव प्रबंधन जैसे विषयों पर भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
यह रहेगा ट्रेनिंग का हिस्सा:
- रिटायर्ड पुलिस अफसरों द्वारा अनुभव साझा किया जाएगा।
- अनुसासन और प्राथमिकताओं पर विशेष जोर।
- महिला, बालक, बुजुर्ग और दिव्यांगजनों के प्रति संवेदनशील व्यवहार।
- यूज्ड केस स्टडीज और साइबर क्राइम की तकनीकी समझ।
इससे पहले, 37 हजार सिपाहियों को प्रदेश से बाहर ट्रेनिंग दी जाती थी, लेकिन अब यूपी में ही 34 ट्रेनिंग सेंटरों पर इन्हें प्रशिक्षण मिलेगा। हर जिले से जुड़े नए सिपाहियों को आईआईएम लखनऊ के विशेषज्ञों से नेतृत्व, व्यावहारिक बुद्धिमत्ता और तकनीकी ज्ञान सिखाया जाएगा।
“महाकुंभ में प्रशिक्षण के दौरान मिले सकारात्मक परिणामों को देखते हुए अब राज्यव्यापी स्तर पर यह नई ट्रेनिंग व्यवस्था लागू की जा रही है।”
– प्रशांत कुमार, डीजीपी, यूपी
कॉर्पोरेट लुक के साथ आत्मविश्वासी यूपी पुलिस
यूपी पुलिस अब कॉर्पोरेट स्टाइल की बॉडी लैंग्वेज, स्मार्ट संवाद और तकनीकी दक्षता के साथ नजर आएगी। यह पहल न केवल पुलिस व्यवस्था को स्मार्ट बनाएगी बल्कि आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास और सम्मान को भी बढ़ाएगी।