अब मदरसों में बच्चे पढ़ेंगे एनसीईआरटी की किताबें
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को लागू करने का बड़ा फैसला लिया है। नया पाठ्यक्रम शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होगा, जिसमें कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों को एनसीईआरटी की किताबें दी जाएंगी।
शिक्षा में बड़ा बदलाव
मदरसों में भी अब राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है। मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा जारी आदेश के अनुसार, राज्य के सभी मान्यता प्राप्त और सरकारी सहायता प्राप्त मदरसों में चरणबद्ध तरीके से एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप सुधार
सरकार का उद्देश्य प्राथमिक स्तर की शिक्षा में एकरूपता लाना है, जैसा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 में प्रस्तावित किया गया है। इससे मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से जोड़ा जा सकेगा।
कैसे होगा कार्यान्वयन?
मदरसों में कक्षा 1 से 3 तक पहले चरण में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा और धीरे-धीरे उच्च कक्षाओं तक इसे विस्तारित किया जाएगा। इससे मदरसा छात्रों को समान अवसर मिलेंगे और वे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी कर सकेंगे।
सरकार की मंशा और आगे की योजना
मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार आरपी सिंह के अनुसार, जिस तरह बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया है, उसी तरह यह प्रक्रिया मदरसों में भी अपनाई जा रही है। यह कदम शिक्षा में गुणवत्ता सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय साबित हो सकता है।
आपका क्या विचार है इस बदलाव पर? हमें कमेंट में बताएं!