इलाहाबाद विश्वविद्यालय: अंग्रेजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष के बीच मारपीट, जांच के आदेश
इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के अंग्रेजी विभाग में मंगलवार को एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कुमार पराग और विभागाध्यक्ष प्रो. सुशील कुमार शर्मा के बीच मारपीट हो गई। इस विवाद में दोनों ही पक्ष घायल हुए, जिन्हें अस्पताल ले जाकर प्राथमिक उपचार कराया गया।
📌 क्या है पूरा मामला?
प्रो. शर्मा के अनुसार, उन्होंने विभागीय कार्य को लेकर डॉ. पराग को कमरा नंबर-16 में बुलाया था। बातचीत के दौरान डॉ. पराग अचानक उग्र हो गए और उन्होंने लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इसके बाद लात-घूंसों से मारपीट, सोने की चेन और रुद्राक्ष की माला छीनने का भी आरोप लगाया गया।
दूसरी ओर, डॉ. कुमार पराग का दावा है कि विभागाध्यक्ष प्रो. शर्मा ने उन्हें अपशब्द कहे, गला दबाने की कोशिश की और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। डॉ. पराग के मुताबिक, घटना के बाद वे विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र और फिर बेली अस्पताल पहुंचे, जहां उनके साथ अस्पताल में दोबारा हमला हुआ।
⚖️ दोनों पक्षों की शिकायत, जांच के आदेश
इविवि प्रशासन ने घटना की आंतरिक जांच कराने का निर्णय लिया है। दोनों पक्षों ने कर्नलगंज थाने में तहरीर दी है। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह के अनुसार, जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
👥 क्या बोले अन्य शिक्षक?
🔹 डॉ. मृत्युंजय राव परमार (असिस्टेंट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग) ने कहा कि अस्पताल में डॉ. पराग के साथ कोई मारपीट नहीं हुई, आरोप बेबुनियाद हैं।
🔹 डॉ. विवेक कुमार द्विवेदी भी इस मामले में जांच का इंतजार कर रहे हैं।
📢 विश्वविद्यालय प्रशासन का बयान
पीआरओ प्रो. जया कपूर ने कहा कि आंतरिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले पर कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता है।
🚨 अब आगे क्या होगा?
- ✅ विश्वविद्यालय की आंतरिक जांच रिपोर्ट जल्द आएगी।
- ✅ पुलिस रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।
- ✅ विश्वविद्यालय प्रशासन स्थिति को शांत करने के प्रयास में जुटा है।