📢 पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के पैर छूने और कोर्ट में वीडियोग्राफी मामले में कार्रवाई शुरू
📍 कैसरगंज | 21 मार्च 2025
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को लेकर अदालत परिसर में हुई घटनाओं पर सिविल बार एसोसिएशन ने कड़ा संज्ञान लिया है।
🔹 क्या है मामला?
📌 सोमवार को बृजभूषण शरण सिंह जब दीवानी न्यायालय परिसर स्थित एक अदालत में पेश होने पहुंचे, तो कुछ अधिवक्ताओं ने उनका सम्मान किया, उनके वाहन पार्क कराए और यहां तक कि उनके पैर भी छुए।
📌 इस दौरान किसी ने न्यायालय कक्ष के अंदर वीडियो बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
🔹 कौन-कौन है विवाद में शामिल?
📌 सिविल बार एसोसिएशन के महामंत्री मनोज कुमार मिश्रा ने इस मामले में चार वकीलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है—
- अधिवक्ता शिवम सिंह रैकवार
- अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह सोमवंशी
- अधिवक्ता अनिल कुमार सिंह
- एडीजीसी विनय सिंह
📌 नोटिस में 14 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जवाब न मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
📢 फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी करने वाला हेड कांस्टेबल गिरफ्तार
📍 श्रावस्ती | 21 मार्च 2025
📌 गोरखपुर निवासी हेड कांस्टेबल भवनाथ यादव को फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
📌 भवनाथ यादव 1994 में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुआ था और वर्तमान में श्रावस्ती जिले के सोनवा थाने में तैनात था।
🔹 कैसे हुआ फर्जीवाड़ा उजागर?
📌 गोरखपुर के झंगहा निवासी देवव्रत यादव ने एसपी से शिकायत की थी कि भवनाथ यादव ने फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाई है।
📌 जांच में उसके हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और आयु प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए।
📌 थानाध्यक्ष सोनवा गणनाथ प्रसाद की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
📌 एसपी श्रावस्ती घनश्याम चौरसिया ने पुष्टि की कि भवनाथ यादव को बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया है।
📌 Meta Keywords:
✅ बृजभूषण शरण सिंह कोर्ट मामला
✅ अधिवक्ताओं को नोटिस
✅ यूपी पुलिस भर्ती घोटाला
✅ फर्जी प्रमाणपत्र से सरकारी नौकरी
✅ यूपी बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन विवाद
🔄 इस खबर को शेयर करें ताकि कानून का पालन सुनिश्चित किया जा सके!