ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी पर बीआईएस का शिकंजा: गैर-प्रमाणित उत्पाद बेचने पर बड़ी कार्रवाई!

⚠️ ई-कॉमर्स कंपनियों पर बीआईएस का शिकंजा: गैर-प्रमाणित उत्पाद बेचने पर बड़ी कार्रवाई!

📢 भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने अमेजन, फ्लिपकार्ट सहित प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों के गोदामों पर छापेमारी कर गैर-प्रमाणित उत्पादों को जब्त किया। यह अभियान लखनऊ, गुरुग्राम और दिल्ली जैसे शहरों में चलाया गया। उपभोक्ता मंत्रालय के अनुसार, इन कंपनियों द्वारा बिना BIS प्रमाणन वाले उत्पाद बेचे जा रहे थे, जो उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए खतरा हैं।


🚨 गैर-प्रमाणित उत्पादों की जब्ती: बड़ी कार्रवाई!

🔍 7 मार्च 2025 को लखनऊ में अमेजन के गोदाम पर छापे में:
215 खिलौने और 24 हैंड ब्लेंडर जब्त किए गए।
✅ किसी भी उत्पाद पर अनिवार्य BIS प्रमाणन नहीं था।

🔍 फरवरी 2025 में गुरुग्राम के अमेजन गोदाम पर छापे में:
58 एल्युमीनियम फॉयल, 34 पानी की बोतलें, 25 खिलौने, 20 हैंड ब्लेंडर, 7 PVC केबल, 2 फूड मिक्सर और 1 स्पीकर जब्त किए गए।

🔍 फ्लिपकार्ट के गुरुग्राम गोदाम पर छापे में:
534 स्टेनलेस स्टील की बोतलें, 134 खिलौने और 41 स्पीकर जब्त किए गए।

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📌 इनमें डिजीस्मार्ट, एक्टिवा, इनालसा, सेलो स्विफ्ट, बटरफ्लाई जैसे ब्रांड के उत्पाद शामिल थे।


⚖️ ई-कॉमर्स कंपनियों पर होगी सख्त कार्रवाई!

🚨 BIS अधिनियम-2016 की धारा 17 के तहत:
💰 कम से कम ₹2 लाख जुर्माना लगाया जा सकता है।
💰 यह जुर्माना बेचे गए उत्पादों के मूल्य का 10 गुना तक हो सकता है।
🚔 गंभीर मामलों में 2 साल तक की जेल भी हो सकती है।

⚠️ BIS ने अमेजन और फ्लिपकार्ट को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।


🛑 उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए क्या करें?

ऑनलाइन खरीदारी करते समय BIS प्रमाणन वाले उत्पाद ही चुनें।
E-commerce प्लेटफॉर्म पर उत्पाद की प्रमाणिकता की जांच करें।
संदेहास्पद उत्पादों की शिकायत उपभोक्ता मंत्रालय या BIS हेल्पलाइन पर करें।

📢 ई-कॉमर्स कंपनियों को भी अब यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सिर्फ BIS प्रमाणित उत्पाद ही बिक्री के लिए सूचीबद्ध करें।


📌 निष्कर्ष:

BIS की इस बड़ी कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि गैर-प्रमाणित और असुरक्षित उत्पादों की बिक्री अब महंगी पड़ सकती है। उपभोक्ताओं की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

📢 क्या आपको लगता है कि इस तरह की और सख्त कार्रवाइयां होनी चाहिए? कमेंट में अपनी राय दें! 💬


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