🔹 अब वोटर आईडी को आधार से जोड़ा जाएगा – चुनाव आयोग का बड़ा फैसला 🔹
नई दिल्ली, 18 मार्च 2025: भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने EPIC (मतदाता पहचान पत्र) को आधार कार्ड से जोड़ने का बड़ा फैसला लिया है। यह निर्णय भारतीय संविधान के अनुच्छेद 326, जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसलों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
🗳️ चुनाव आयोग और गृह मंत्रालय की बैठक
मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ग्यानेश कुमार की अध्यक्षता में चुनाव आयोग की एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी के साथ-साथ गृह मंत्रालय, UIDAI, MeitY और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य आधार और वोटर आईडी लिंकिंग प्रक्रिया पर अंतिम निर्णय लेना था।
📜 सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार प्रक्रिया होगी तय
सुप्रीम कोर्ट ने अपने हालिया WP (Civil) No. 177/2023 के फैसले में स्पष्ट किया कि आधार कार्ड सिर्फ पहचान प्रमाणित करता है, लेकिन यह नागरिकता का प्रमाण नहीं हो सकता। अतः, EPIC को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया केवल उन्हीं नागरिकों के लिए होगी जो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 326 के तहत मतदान के योग्य हैं।
🛠️ UIDAI और चुनाव आयोग के तकनीकी विशेषज्ञ करेंगे चर्चा
इस फैसले को लागू करने के लिए UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) और ECI (चुनाव आयोग) के तकनीकी विशेषज्ञों के बीच चर्चा जल्द ही शुरू होगी। इस तकनीकी प्रक्रिया के लिए जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 के धारा 23(4), 23(5) और 23(6) के प्रावधानों का पालन किया जाएगा।
🚀 आम जनता के लिए क्या होगा असर?
यह निर्णय मतदाता सूची को और अधिक पारदर्शी और शुद्ध बनाने के लिए लिया गया है। आधार से लिंकिंग के बाद फर्जी वोटिंग पर रोक लगेगी और निर्वाचन प्रक्रिया अधिक सुरक्षित होगी। हालांकि, नागरिकों के लिए यह **स्वैच्छिक** प्रक्रिया होगी और सरकार इसके लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करेगी।
🔎 अगला कदम?
चुनाव आयोग आने वाले दिनों में आधिकारिक अधिसूचना जारी करेगा, जिसमें वोटर आईडी और आधार लिंकिंग प्रक्रिया के बारे में विस्तृत
जानकारी दी जाएगी।
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