उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) की बैठक: तदर्थ शिक्षकों के लिए संघर्ष तेज करने का ऐलान
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) की राज्य परिषद की बैठक में तदर्थ शिक्षकों के संदर्भ में न्यायालय के आदेश का पालन सुनिश्चित करने की मांग की गई। बैठक में तय किया गया कि यदि सरकार ने तदर्थ शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो शिक्षक सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेंगे।
महत्वपूर्ण निर्णय:
✔ 18 मार्च को सभी मंडलों व जिलों में शिक्षाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
✔ 15, 16 व 17 अप्रैल को बरेली में प्रांतीय सम्मेलन होगा, जिसमें आगे की रणनीति तय होगी।
✔ सरकार की उदासीनता के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
शिक्षकों की समस्याओं को लेकर आंदोलन की चेतावनी
जय नारायण पीजी कॉलेज में हुई बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने की। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों की मांगों को नजरअंदाज कर रही है और यदि जल्द ही समाधान नहीं निकला तो बड़े आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
प्रदेश संरक्षक व विधान परिषद सदस्य राज बहादुर सिंह चंदेल ने कहा:
- शिक्षक सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।
- सरकार शिक्षकों की समस्याओं को लगातार अनदेखा कर रही है।
- अब शिक्षकों को अपनी ताकत का एहसास कराना होगा।
आंदोलन की अगली रणनीति: बरेली में प्रांतीय सम्मेलन
बरेली में 15 से 17 अप्रैल तक प्रांतीय सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें प्रदेशभर के शिक्षक शामिल होंगे। इस सम्मेलन में आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी और आगे की रणनीति पर विचार होगा।
संभावित मांगें:
✅ तदर्थ शिक्षकों के न्यायालय के आदेश के अनुसार समायोजन की गारंटी।
✅ शिक्षकों की लंबित समस्याओं का समाधान।
✅ सरकार की अनदेखी के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन।
शिक्षकों को अपनी ताकत दिखाने का समय: संघ
शिक्षक संघ ने साफ कर दिया है कि अब शिक्षक धैर्य नहीं रखेंगे और अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज करेंगे।
यदि सरकार शिक्षकों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देती, तो अगले कुछ महीनों में राज्यभर में बड़े विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं।