1 अप्रैल से बदल जाएंगे UPI नियम: जानें क्या होंगे नए बदलाव और कैसे करें तैयारी
🏦 UPI ट्रांजैक्शन में आएगा बड़ा बदलाव!
शनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई (UPI) लेनदेन की सुरक्षा और प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए नए नियम लागू किए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी होंगे। इन बदलावों से आपकी UPI सेवाओं पर सीधा असर पड़ सकता है।
📢 नए UPI नियमों के तहत क्या बदलेगा?
📌 1. मोबाइल नंबर निष्क्रिय होने पर UPI सेवा होगी बंद
अगर आपका मोबाइल नंबर 90 दिनों तक निष्क्रिय रहता है, तो दूरसंचार कंपनी वह नंबर किसी अन्य व्यक्ति को दे सकती है। ऐसे में, अगर आपका पुराना मोबाइल नंबर UPI से लिंक था और वह बंद हो गया, तो UPI सेवाएं काम करना बंद कर देंगी।
✅ सावधानी:
✔ बैंक में अपना मोबाइल नंबर अपडेट करें ताकि आपकी UPI सेवाएं बाधित न हों।
✔ यदि हाल ही में मोबाइल नंबर बदला है, तो तुरंत बैंक में नया नंबर रजिस्टर कराएं।
✔ पुराने रजिस्टर्ड नंबर को चालू रखें ताकि UPI ट्रांजैक्शन सुचारू रूप से चलता रहे।
📌 2. बैंकों और UPI ऐप्स को हर हफ्ते मोबाइल नंबर अपडेट करना होगा
NPCI के अनुसार, बैंक और UPI ऐप्स को अब ग्राहकों के मोबाइल नंबर की वैधता सप्ताह में कम-से-कम एक बार जांचनी होगी। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बदले गए मोबाइल नंबरों के कारण गलत लेनदेन न हों।
📌 3. ‘कलेक्ट पेमेंट’ फीचर होगा खत्म
NPCI ने UPI फ्रॉड रोकने के लिए ‘कलेक्ट पेमेंट’ फीचर को हटाने की प्रक्रिया शुरू की है।
✅ नए नियम:
✔ अब ‘कलेक्ट पेमेंट’ फीचर केवल बड़े और वेरिफाइड व्यापारियों तक सीमित रहेगा।
✔ व्यक्तिगत लेनदेन के लिए इसकी सीमा घटाकर ₹2,000 कर दी गई है।
📜 निष्कर्ष: क्या करें ताकि UPI सेवाएं न रुकें?
🔹 अपना मोबाइल नंबर अपडेट रखें और नया नंबर मिलने पर बैंक में तुरंत रजिस्ट्रेशन कराएं।
🔹 UPI ट्रांजैक्शन से जुड़े OTP और SMS को रेगुलर चेक करें, ताकि आपका नंबर सक्रिय बना रहे।
🔹 छोटे लेनदेन के लिए ‘कलेक्ट पेमेंट’ फीचर पर निर्भर न रहें, बल्कि QR कोड या UPI ID से भुगतान करें।