BPSC CCE परीक्षा रद्द करने की मांग खारिज, हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
पटना | बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) को रद्द करने की मांग कर रहे उम्मीदवारों को पटना हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। अदालत ने साफ कर दिया कि परीक्षा में गड़बड़ी का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है, इसलिए परीक्षा रद्द करने की कोई जरूरत नहीं है।
📌 हाईकोर्ट ने क्या कहा?
पटना हाईकोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आशुतोष कुमार और जस्टिस पार्थ सारथी की खंडपीठ ने BPSC CCE प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द करने की याचिकाएं खारिज कर दी हैं।
✅ कोई ठोस सबूत नहीं मिला कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई।
✅ 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा को पूरी तरह वैध माना गया।
✅ BPSC को मुख्य परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराने का निर्देश दिया गया।
👉 अदालत ने छात्रों की सभी दलीलों को खारिज करते हुए कहा कि परीक्षा में गड़बड़ी साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत पेश नहीं किए गए।
📝 पेपर लीक विवाद और छात्रों का आंदोलन
बिहार लोक सेवा आयोग की 69वीं CCE परीक्षा 13 दिसंबर 2023 को राज्य के 900 से अधिक केंद्रों पर आयोजित की गई थी। लेकिन परीक्षा के तुरंत बाद ही पेपर लीक की आशंका जताई गई और छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
📌 छात्रों का आरोप था कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर पेपर पहले ही लीक हो गया था।
📌 पटना के कई परीक्षा केंद्रों में कथित गड़बड़ी को लेकर बहिष्कार भी किया गया था।
📌 100 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर अनियमितताओं की शिकायत दर्ज कराई गई।
👉 बाद में प्रशासन ने कुछ केंद्रों पर परीक्षा दोबारा कराई, लेकिन अन्य छात्रों ने इसका विरोध किया और समान अवसर का मुद्दा उठाया।
⚡ छात्रों के प्रदर्शन पर सियासत तेज
BPSC परीक्षा विवाद पर राजनीतिक रंग भी चढ़ गया।
✔️ विपक्षी दलों ने छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन किया।
✔️ तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन के नेताओं ने छात्रों के पक्ष में आवाज उठाई।
✔️ जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आंदोलन का समर्थन किया और कानूनी मदद देने का वादा किया।
✔️ उन्होंने अनिश्चितकालीन अनशन भी किया, जिसे दो हफ्ते बाद डॉक्टरों की सलाह पर खत्म किया गया।
👉 लेकिन अब हाईकोर्ट के फैसले के बाद साफ हो गया है कि परीक्षा रद्द नहीं होगी और आगे की प्रक्रिया जारी रहेगी।
📢 BPSC उम्मीदवारों के लिए क्या मायने रखता है यह फैसला?
✔️ BPSC 69वीं CCE परीक्षा रद्द नहीं होगी।
✔️ मुख्य परीक्षा अपने तय शेड्यूल के अनुसार होगी।
✔️ परीक्षा में अनियमितता के कोई ठोस सबूत नहीं मिले।
✔️ BPSC को निर्देश दिया गया कि मुख्य परीक्षा पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से कराई जाए।
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