🚽 शौचालय में मोबाइल का अत्यधिक उपयोग कर सकता है बवासीर का शिकार! जानिए कारण, बचाव और इलाज
📢 निष्क्रिय जीवनशैली और गलत आदतें बढ़ा रही हैं बवासीर का खतरा
चिकित्सकों के अनुसार, **शौचालय में फोन चलाने की आदत**, निष्क्रिय जीवनशैली और **गलत खान-पान** के कारण मलाशय (Rectum) की नसों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। इससे मलाशय क्षेत्र में दर्द होने लगता है और **पाइल्स (बवासीर) का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।**
⚠️ बवासीर के बढ़ते मामले: हर साल 500+ मरीज
**ईएसआईसी अस्पताल** के सर्जरी विशेषज्ञ **डॉ. रवि रंजन** के अनुसार, **हर साल 500 से अधिक बवासीर और फिस्टुला के मामले दर्ज किए जाते हैं।** प्रमुख कारणों में शामिल हैं:
- 📱 **शौचालय में अधिक समय तक मोबाइल का उपयोग**
- 🍕 **जंक फूड और तला-भुना भोजन अधिक खाना**
- 🚰 **कम पानी पीना और फाइबर युक्त भोजन की कमी**
- 💺 **लंबे समय तक बैठे रहना और शारीरिक गतिविधि की कमी**
🏥 अस्पतालों में बढ़ रहा दबाव, मरीजों की संख्या में उछाल
मारेंगो एशिया अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन **डॉ. बीरबल** के अनुसार, **बवासीर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।** शौचालय में देर तक बैठे रहना और **कब्ज की समस्या** इस बीमारी को और गंभीर बना रही है। इसका असर **सरकारी अस्पतालों पर दबाव** के रूप में भी देखा जा रहा है।
🩺 बवासीर का नवीनतम इलाज: रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन (राफेलो प्रक्रिया)
अगर आप बवासीर की समस्या से परेशान हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है! **विशेषज्ञों ने “रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन” को बेहद कारगर उपचार बताया है।** यह प्रक्रिया **स्थानीय एनेस्थीसिया (राफेलो) के तहत की जाती है** और पारंपरिक शल्य चिकित्सा की तुलना में अधिक प्रभावी होती है।
✅ यह प्रक्रिया **अमेरिकी FDA (खाद्य एवं औषधि प्रशासन) द्वारा अनुमोदित है** और ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) में भी व्यापक रूप से उपयोग की जाती है।
💡 बवासीर से बचाव के लिए टिप्स
- 🚰 **दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं**
- 🥦 **फाइबर युक्त भोजन (हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज) खाएं**
- 🏃♂️ **नियमित व्यायाम करें और शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं**
- 🚽 **शौचालय में 5-7 मिनट से अधिक समय न बिताएं**
- 📵 **शौचालय में मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें**
🔎 निष्कर्ष
अगर आप बवासीर जैसी समस्या से बचना चाहते हैं, तो **शौचालय में मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग तुरंत बंद करें** और **स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।** यदि समस्या गंभीर हो जाए, तो **रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन जैसी अत्याधुनिक चिकित्सा पद्धतियों** की मदद लें।
📢 **स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और खुद को बवासीर से बचाएं!** 💪