ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स की ठगी: युवा कैसे हो रहे हैं शिकार? 🚨
🕵️♂️ गेमिंग की आड़ में ठगी का खेल
मारवाड़ क्षेत्र में ऑनलाइन गेमिंग का जाल तेजी से फैल रहा है। Okwin.fan और Ztl.bet जैसे अवैध गेमिंग एप्स का प्रमोशन करके युवाओं को फंसाया जा रहा है। ये ऐप्स प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं होते, इसलिए इन्हें लिंक के माध्यम से प्रचारित किया जाता है।
🎥 इंफ्लूएंसर की भूमिका
बड़े-बड़े यूट्यूबर्स और इंस्टाग्राम इंफ्लूएंसर्स इन ऐप्स का प्रमोशन कर रहे हैं और हर वीडियो के बदले ₹25,000 से ₹50,000 तक कमा रहे हैं। ये लोग लाखों फॉलोअर्स के जरिए गेमिंग के जरिए पैसे कमाने का लालच दिखाते हैं, लेकिन असलियत में यह एक ठगी है।
🔍 भास्कर की पड़ताल
एक माह की जांच में यह सामने आया कि कई इंफ्लूएंसर ₹20,000 से ₹50,000 में गेमिंग ऐप्स का प्रमोशन करने के लिए तैयार थे। वे यह जानते थे कि यह अवैध है, फिर भी लालच के कारण लोगों को फंसाते रहे।
💰 पैसे के ट्रांजैक्शन और ठगी का तरीका
इन ऐप्स में लोग पहले कुछ रकम जीतते हैं, जिससे उन्हें लालच आता है, लेकिन जब वे बड़ी राशि लगाते हैं, तो वे सबकुछ हार जाते हैं। पैसा अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया जाता है, जिससे ट्रैक करना मुश्किल होता है।
📌 ठगी के कुछ मामले
- केस 1: जोधपुर के एक ठेकेदार ने ₹1 करोड़ गंवा दिए और आत्महत्या करने की कोशिश की।
- केस 2: सांचौर के एक छात्र ने ₹20,000 गंवा दिए, जो उसने कोचिंग के लिए बचाए थे।
🚨 सतर्क रहें और ठगी से बचें
अगर कोई इंफ्लूएंसर आपको किसी गेमिंग ऐप पर पैसे लगाने के लिए प्रेरित कर रहा है, तो सतर्क रहें। ये गेमिंग प्लेटफॉर्म पूरी तरह से अवैध हैं और इनमें रकम निकालने का कोई गारंटी नहीं होती।