भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी भाषा की पढ़ाई होगी मुक्त विवि में

भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी भाषा की पढ़ाई अब मुक्त विवि में 📚

भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी भाषा की पढ़ाई होगी मुक्त विवि में 📖

राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय जुलाई 2025 से शुरू करेगा क्षेत्रीय भाषा के पाठ्यक्रम

Table of Contents

WhatsApp Channel Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Channel Join Now

🎓 भाषाई विविधता को मिलेगा बढ़ावा

प्रयागराज – राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में अब भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी भाषाओं की पढ़ाई भी होगी। विश्वविद्यालय द्वारा इन भाषाओं के पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। कुलपति प्रो. सत्यकाम ने घोषणा की कि जुलाई 2025 से यह संशोधित पाठ्यक्रम विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होगा।

📜 विधानसभा में बहुभाषी संवाद का स्वागत

कुलपति प्रो. सत्यकाम ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी भाषाओं को शामिल करने के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह फैसला लोकतांत्रिक प्रक्रिया को समावेशी बनाने और भाषाई विविधता को बढ़ावा देने में सहायक होगा।

📅 राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

प्रो. सत्यकाम ने बताया कि 20 और 21 मार्च को मुक्त विश्वविद्यालय साहित्य अकादमी के सहयोग से हिंदी के विकास में भोजपुरी, अवधी, ब्रज और बुंदेलखंडी भाषा के योगदान पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन करेगा।

🔬 तकनीकी शिक्षा में क्षेत्रीय भाषा की महत्ता

इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (आईईआई), प्रयागराज द्वारा आयोजित ‘भारतीय परिप्रेक्ष्य में तकनीकी शिक्षा एवं क्षेत्रीय भाषाएं’ विषय पर एक सेमिनार में क्षेत्रीय भाषाओं की भूमिका पर चर्चा हुई।

  • प्रो. अवनीश कुमार दुबे ने क्षेत्रीय भाषाओं की आवश्यकता और उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
  • मुख्य वक्ता यूएसए के प्रो. आलोक पांडेय ने अंग्रेजी भाषा की लोकप्रियता और उसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर चर्चा की।
  • प्रो. दिनेश कुमार श्रीवास्तव (इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज, बेंगलुरु) ने कहा कि अब भाषाओं के लुप्त होने का खतरा नहीं है, क्योंकि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सभी भाषाओं में सामग्री उपलब्ध है।

🏆 एनएसएस शिविर का समापन

इलाहाबाद डिग्री कॉलेज छात्रा शाखा में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के साप्ताहिक शिविर का समापन हुआ। इसमें एनएसएस के उद्देश्य एवं महत्व पर चर्चा की गई।

छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. अतुल कुमार सिंह, एनएसएस समन्वयक प्रो. राजेश गर्ग, और कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अर्पिता सिंह मौजूद रहे।

🔎 स्रोत: सरकारी कलम ब्यूरो

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top