बच्चे की जान पर भारी पड़ी पालतू बिल्ली की खरोंच
बच्चे की जान पर भारी पड़ी पालतू बिल्ली की खरोंच, मौत
केजीएमयू में जांच के दौरान रैबीज संक्रमण की पुष्टि, स्वास्थ्य विभाग ने परिजनों को एआरवी वैक्सीन लगवाई
रैबीज संक्रमण से हुई मौत
बरेली – पालतू बिल्ली की खरोंच से संक्रमित हुआ बच्चा बृहस्पतिवार को केजीएमयू, लखनऊ में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के तहत हुई जांच में रैबीज संक्रमण की पुष्टि हुई।
परिवार को दी गई एआरवी वैक्सीन
बच्चे की मौत की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग बदायूं को अवगत कराया गया। इसके बाद विभागीय टीम ने बिल्सी निवासी तीन परिजनों को एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) लगवाई।
कैसे हुआ संक्रमण?
इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) के नोडल अधिकारी डॉ. मीसम अब्बास के अनुसार, बच्चे को हाइड्रोफोबिया और एयरोफोबिया के लक्षण दिखाई दिए। परिजनों के अनुसार, सीतापुर पहुंचने तक उसकी स्थिति बिगड़ गई और लखनऊ के केजीएमयू में जांच के बाद उसे क्वारंटीन किया गया।
रैबीज से बचाव के उपाय
- अगर किसी पालतू या जंगली जानवर के काटने या खरोंच से चोट लगती है, तो तुरंत एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) लगवाएं।
- काटे या खरोंच लगे स्थान को तुरंत साबुन और पानी से धोएं।
- संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।
विशेषज्ञों की राय
डॉ. अब्बास ने कहा कि लोग अपने पालतू पशुओं के साथ इस कदर घुल-मिल जाते हैं कि उन्हें इस खतरे का अहसास ही नहीं होता। इसलिए, सावधानी बेहद जरूरी है।