मास्साब, कक्षाएं लीजिए नहीं तो लगेगी क्लास
संवाद न्यूज एजेंसी | स्थान: लखनऊ, उत्तर प्रदेश | तारीख: 19 फरवरी 2025
उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की अनुपस्थिति को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने निर्देश जारी किया है कि बीएलओ ड्यूटी में लगे शिक्षक पूरे सप्ताह स्कूल से गायब नहीं हो सकते। उन्हें सप्ताह में कम से कम पांच दिन कक्षाएं लेनी होंगी।
क्या है मामला?
बेसिक शिक्षा परिषद के सरकारी स्कूलों में करीब 1200 शिक्षक बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) ड्यूटी में लगे हैं, जबकि 2422 शिक्षक यूपी बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी देंगे। इससे स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी हो गई है, जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
बीएसए का निर्देश
बेसिक शिक्षा अधिकारी राम प्रवेश ने कहा:
- बीएलओ ड्यूटी सप्ताह में केवल एक दिन करनी होगी।
- यदि काम ज्यादा है, तो शिक्षण कार्य के बाद पूरा किया जाए।
- जो शिक्षक बीएलओ ड्यूटी का बहाना बनाकर स्कूल से गायब रहते हैं, उन पर खंड शिक्षा अधिकारी कार्रवाई करेंगे।
शिक्षक संघ की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने इस फैसले पर आपत्ति जताई। संघ के अध्यक्ष सुधांशु मोहन और मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा:
- पिछले दो वर्षों से शिक्षक बीएलओ ड्यूटी में लगे हुए हैं।
- शिक्षकों को नियमित शिक्षण कार्य में वापस लाने की जरूरत है।
- डीएम से अनुरोध किया गया है कि शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त किया जाए।
क्या होगा आगे?
अब प्रधानाध्यापक और खंड शिक्षा अधिकारी शिक्षकों की उपस्थिति की सख्ती से निगरानी करेंगे। जो शिक्षक कक्षाओं से गायब रहेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इससे सरकारी स्कूलों में शिक्षण कार्य सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की अनुपस्थिति की समस्या को हल करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इससे न केवल छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होने से बचेगी, बल्कि शिक्षकों की जिम्मेदारी भी तय होगी।