उत्तर प्रदेश सरकार ने की 8 वे वेतन आयोग पर कवायद शुरू








आठवें वेतन आयोग के गठन के लिए यूपी सरकार ने 13 कर्मचारी संगठनों से मांगे सुझाव

आठवें वेतन आयोग के गठन के लिए यूपी सरकार ने 13 कर्मचारी संगठनों से मांगे सुझाव

उत्तर प्रदेश सरकार ने आठवें वेतन आयोग के गठन के संबंध में 13 विभिन्न कर्मचारी संगठनों से सुझाव मांगे हैं। इन संगठनों को 14 फरवरी तक अपने सुझाव देने हैं, जिन्हें बाद में केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। विभिन्न राज्यों से आए सुझावों के आधार पर राज्यों में नए वेतन आयोग का गठन और उसका कार्यक्षेत्र तय होगा।

वेतन आयोग का महत्व और उद्देश्य

वेतन आयोग का मुख्य उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों के वेतन, भत्ते और अन्य लाभों की समीक्षा और सुधार करना है। यह आयोग कर्मचारियों के आर्थिक सशक्तिकरण और जीवन स्तर में सुधार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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कर्मचारी संगठनों से सुझाव की प्रक्रिया

यूपी सरकार ने 13 प्रमुख कर्मचारी संगठनों से सुझाव मांगे हैं। यह कदम विभिन्न स्तरों पर संतुलन बनाए रखने और कर्मचारियों की मांगों और आवश्यकताओं को समझने के उद्देश्य से उठाया गया है।

किन संगठनों से मांगे गए सुझाव?

नीचे दिए गए कर्मचारी संगठनों के अध्यक्षों से सुझाव मांगे गए हैं:

  • उत्तर प्रदेश सचिवालय राजपत्रित अधिकारी संघ – शिवगोपाल सिंह
  • सचिवालय संघ – अर्जुन देव भारती
  • संयुक्त राज्य कर्मचारी परिषद – हरिकिशोर तिवारी
  • राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद – एसपी तिवारी
  • राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद – जेएन तिवारी
  • राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद – सुरेश कुमार रावत
  • कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा – वीपी मिश्र
  • राजकीय वाहन चालक महासंघ – रिजवान अहमद सिद्दीकी
  • उत्तर प्रदेश स्टेनोग्राफर्स महासंघ – ज्ञान प्रकाश वर्मा
  • उत्तर प्रदेश सांख्यिकी सेवा परिसंघ – उग्रसेन सिंह
  • उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ – एनडी द्विवेदी
  • उत्तर प्रदेश फेडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विस एसोसिएशन – कृतार्थ सिंह

सुझावों का महत्व और प्रभाव

इन सुझावों को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा, जो नए वेतन आयोग के गठन और उसके कार्यक्षेत्र को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाएंगे। यह प्रक्रिया कर्मचारी हितों की सुरक्षा और न्यायपूर्ण वेतन संरचना सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।

14 फरवरी तक सुझाव देने की समय सीमा

सभी संगठनों को 14 फरवरी तक अपने सुझाव प्रस्तुत करने हैं। यह समय सीमा त्वरित और प्रभावी निर्णय लेने के उद्देश्य से निर्धारित की गई है, ताकि आठवें वेतन आयोग के गठन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जा सके।

योगी सरकार का बड़ा कदम

योगी सरकार का यह कदम कर्मचारी संगठनों के साथ संवाद और पारदर्शिता बनाए रखने की दिशा में सकारात्मक पहल है। इससे कर्मचारियों की अपेक्षाओं को समझने और उन्हें संतुष्ट करने में मदद मिलेगी।

निष्कर्ष

आठवें वेतन आयोग के गठन की प्रक्रिया सरकारी कर्मचारियों के वेतन और भत्तों में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी, बल्कि कार्यक्षमता और संतुष्टि में भी सुधार लाएगी।


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