ब्लॉक में हड़कंप :- Beo की शिकायत जा पहुंची मुख्यमत्री जी के पास ,उच्च स्तरीय जांच









फिरोजाबाद बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायत

फिरोजाबाद बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायत, उच्च स्तरीय जांच की मांग

दिनांक: 05 फरवरी 2025

पत्रांक: 10164-65/2024-25

संप्रेषक: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, फिरोजाबाद

शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को प्रेषित किया पत्र

फिरोजाबाद के **अरांव विकास खंड** के समस्त शिक्षकों द्वारा उत्तर प्रदेश के **मुख्यमंत्री जी को एक पत्र भेजा गया** है, जिसमें **बेसिक शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार** की शिकायत की गई है। इस पत्र की प्रतियां निम्नलिखित उच्च अधिकारियों को भी भेजी गई हैं:

  • महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा, लखनऊ
  • शिक्षा निदेशक (बेसिक), उत्तर प्रदेश, लखनऊ
  • मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक), आगरा
  • जिला अधिकारी, फिरोजाबाद
  • जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, फिरोजाबाद

खंड शिक्षा अधिकारी एवं अन्य कर्मचारियों पर गंभीर आरोप

शिक्षकों ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि **खंड शिक्षा अधिकारी श्री नंद कुमार** एवं उनसे जुड़े **यूटा पदाधिकारी**, **कंप्यूटर ऑपरेटर कमलेन्द्र उपाध्याय**, और **ब्लॉक नोडल अध्यापक** **शिक्षकों से अवैध वसूली** कर रहे हैं।

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शिक्षकों से अवैध रूप से मांगी जा रही रिश्वत

शिक्षकों का आरोप है कि **सी.सी.एल., मेडिकल अवकाश, और मातृत्व अवकाश** के स्वीकृति के लिए **₹10,000 की रिश्वत** मांगी जा रही है।

इसके अलावा, **5 मिनट की देरी से आने पर ₹5,000 जुर्माना** देने की मांग की जाती है।

खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा यह कहा जाता है कि यह धनराशि ऊपर अधिकारियों को भी भेजी जाती है।

स्कूल अनुदानों से धन उगाही

ब्लॉक के सभी विद्यालयों को मिलने वाली **कंपोजिट ग्रांट** और **स्पोर्ट्स ग्रांट** से भी अवैध वसूली की जा रही है। शिक्षकों ने बताया कि:

  • **₹25,000 के अनुदान पर ₹5,000** रिश्वत ली जाती है।
  • **₹50,000 पर ₹10,000, ₹75,000 पर ₹15,000, और ₹1,00,000 पर ₹20,000** लिए जाते हैं।
  • **स्पोर्ट्स ग्रांट ₹5,000 पर ₹1,500 और ₹10,000 पर ₹2,500** की वसूली की जाती है।
  • **किचन वर्तन ग्रांट** से भी प्रति विद्यालय **₹1,000 रिश्वत** मांगी जाती है।

निर्धारित दुकानों से खरीदारी का दबाव

शिक्षकों ने यह भी आरोप लगाया कि **स्पोर्ट्स किट** खरीदने के लिए उन्हें **आर.के. ट्रेडर्स, शिकोहाबाद** से ही खरीदारी करने को मजबूर किया जाता है, अन्यथा **कार्रवाई की धमकी दी जाती है।**

ब्लॉक के नोडल शिक्षकों की भूमिका

शिक्षकों ने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि कुछ नोडल शिक्षक इस अवैध गतिविधि में शामिल हैं:

  • श्री मधुसूदन, संकुल शिक्षक, उच्च प्राथमिक विद्यालय करीखेडा
  • श्री मनोज कुमार, संकुल शिक्षक, कम्पोजिट विद्यालय शेखूपुर
  • श्री रतन कुमार, कम्पोजिट विद्यालय पीतेपुर
  • श्री संजीव कुमार, प्राथमिक विद्यालय कद्दू
  • श्री दिनेश चंद्र, प्राथमिक विद्यालय मॉडई
  • श्री कप्तान सिंह, प्राथमिक विद्यालय नन्दपुर
  • श्री रूपेन्द्र गोस्वामी, नोडल शिक्षक
  • श्री सुरेन्द्र, कम्पोजिट विद्यालय धरमई

इन शिक्षकों पर आरोप है कि वे ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों से **मासिक ₹10,000 रिश्वत** लेने में शामिल हैं और खंड शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर कार्य कर रहे हैं।

खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार का अड्डा

शिक्षकों का कहना है कि **खंड शिक्षा अधिकारी नंद कुमार** ने **अरांव ब्लॉक को भ्रष्टाचार का केंद्र बना दिया है।**

बेसिक शिक्षा विभाग के **लिपिकों और बी.आर.सी. केंद्र पर मौजूद कंप्यूटर ऑपरेटरों** के माध्यम से अध्यापकों से पैसे लिए जाते हैं।

बिना रिश्वत कोई भी कार्य संभव नहीं है, चाहे वह किसी शिक्षक की **स्थानांतरण प्रक्रिया, अवकाश स्वीकृति, या वेतन संबंधी मामला** हो।

उच्च स्तरीय जांच की मांग

शिक्षकों ने मांग की है कि **इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।**

इसके अलावा, शिक्षकों ने यह भी अनुरोध किया है कि **ब्लॉक स्तर के अधिकारियों द्वारा जांच न कराई जाए, क्योंकि वे स्वयं इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं।**

निष्कर्ष

फिरोजाबाद जिले के अरांव ब्लॉक में **बेसिक शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार** को लेकर शिक्षकों ने अपनी आवाज बुलंद की है। **सरकार और प्रशासन को तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप कर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।**

शिक्षकों द्वारा दिए गए इन **गंभीर आरोपों की निष्पक्ष जांच और दोषियों को दंडित करने की आवश्यकता है।**


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