माध्यमिक के 1845 शिक्षक-कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का तोहफा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 1845 शिक्षक-कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का निर्णय लिया है। यह वे शिक्षक-कर्मचारी हैं जिन्हें 1 अप्रैल 2005 से पहले विज्ञापित पदों पर नियुक्त किया गया था। इस फैसले से शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
कैसे मिला शिक्षकों को यह लाभ?
केंद्र सरकार की घोषणा के बाद प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया कि 1 अप्रैल 2005 से पहले के विज्ञापित पदों पर नियुक्ति पाने वाले शिक्षक-कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना (OPS) का लाभ मिलेगा। इस फैसले के तहत:
- शिक्षा विभाग ने पात्र शिक्षकों और कर्मचारियों से आवेदन मांगे।
- एक विशेष समिति गठित की गई, जिसने इन आवेदनों की जांच की।
- समिति की रिपोर्ट के आधार पर 1845 शिक्षक-कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया गया।
शिक्षकों की जिलावार सूची जारी
माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर निदेशक सुरेंद्र कुमार तिवारी ने जिलावार सूची जारी की है, जिसमें प्रत्येक शिक्षक-कर्मचारी की विज्ञापन तिथि और नियुक्ति तिथि का विवरण दिया गया है। इससे उन शिक्षकों को राहत मिली है, जो वर्षों से इस अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे थे।
शिक्षक संघ की प्रतिक्रिया
संजय द्विवेदी (प्रदेश मंत्री, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ – चंदेल गुट) ने कहा:
“हम लंबे समय से इस अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे थे। आखिरकार शिक्षकों को न्याय मिला। हम सभी लाभ पाने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को बधाई देते हैं।”
अभी कुछ मामलों पर आपत्ति
हालांकि, कुछ शिक्षक-कर्मचारियों के आवेदन पर आपत्तियां दर्ज की गई हैं। विभाग ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इन आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा और पात्र शिक्षकों को लाभ मिलेगा।
निष्कर्ष
इस फैसले से शिक्षक संघ और शिक्षक-कर्मचारियों में उत्साह है। वर्षों की लड़ाई के बाद 1845 शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिला है। इससे प्रदेश के अन्य शिक्षक-कर्मचारियों को भी उम्मीद जगी है कि वे भी अपने अधिकारों की लड़ाई जीत सकते हैं।