राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 2025: 10.36 करोड़ बच्चों को दी जाएगी दवा
लखनऊ, 08 फरवरी 2025: उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत 10.36 करोड़ बच्चों और किशोरों को एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाई जाएगी। यह दवा 10 फरवरी 2025 को एक से लेकर 19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को दी जाएगी। जो बच्चे इस दिन दवा नहीं ले पाएंगे, उनके लिए 14 फरवरी को मॉप-अप राउंड आयोजित किया जाएगा।
76% बच्चों के पेट में पाए जाते हैं कीड़े
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 76 प्रतिशत बच्चों के पेट में कृमि पाए जाते हैं। यह संक्रमण मुख्य रूप से गंदगी, स्वच्छता की कमी और मिट्टी खाने की वजह से होता है। बच्चों को समय पर दवा खिलाने से उनका स्वास्थ्य बेहतर होता है और वे कुपोषण से बच सकते हैं।
स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में चलेगा अभियान
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रमुख सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने इस अभियान की तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में यह दवा उपलब्ध कराई जाए। इसके अलावा, ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में भी इस अभियान को प्रभावी तरीके से चलाने पर जोर दिया गया है।
उच्च शिक्षा संस्थानों में भी दवा का वितरण
स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया है कि इस अभियान के तहत उच्च शिक्षा संस्थानों में भी एल्बेंडाजोल टैबलेट का वितरण किया जाए, ताकि इस आयु वर्ग के सभी बच्चों को लाभ मिल सके।
क्यों जरूरी है कृमि मुक्ति अभियान?
- पेट के कीड़ों की वजह से बच्चों में कुपोषण, कमजोरी और एनीमिया जैसी समस्याएं होती हैं।
- शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जिससे मानसिक और शारीरिक विकास प्रभावित होता है।
- बच्चों की शिक्षा और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
माता-पिता और शिक्षकों के लिए आवश्यक निर्देश
अभिभावकों और शिक्षकों को सलाह दी जाती है कि वे बच्चों को यह दवा लेने के लिए प्रेरित करें और अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं। दवा पूरी तरह सुरक्षित है और यह केवल पेट में मौजूद कीड़ों को खत्म करने का काम करती है।
स्वस्थ भविष्य के लिए कृमि मुक्ति जरूरी
इस अभियान का उद्देश्य प्रदेश के बच्चों को स्वस्थ और सशक्त बनाना है। यदि आपके घर या आसपास के बच्चे इस आयु वर्ग में आते हैं, तो सुनिश्चित करें कि वे 10 फरवरी को एल्बेंडाजोल टैबलेट अवश्य लें।
स्रोत: स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश