10 दिन बाद खुले स्कूल, बढ़ी चहल-पहल, लेकिन उपस्थिति रही कम
प्रयागराज। महाकुंभ के चलते लगभग 10 दिनों तक बंद रहे स्कूल बृहस्पतिवार को खुल गए, जिससे विद्यालय परिसरों में फिर से रौनक लौट आई। हालांकि, पहले दिन अधिकांश परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम रही।
मम्फोर्डगंज स्थित प्राथमिक विद्यालय में सुबह 9:31 बजे तक केवल 22 बच्चे ही पहुंचे थे। विद्यालय प्रशासन ने अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह किया, लेकिन कई अभिभावकों ने सोमवार से भेजने की बात कही, तो कुछ ने बच्चों के सोने का बहाना बना दिया।
लल्ला चुंगी स्कूल में 50% उपस्थिति
लल्ला चुंगी स्थित प्राथमिक विद्यालय में 146 विद्यार्थियों का नामांकन है, लेकिन पहले दिन सिर्फ 72 बच्चे ही पहुंचे। हालांकि, शाम तक स्थिति कुछ सुधरने की उम्मीद जताई जा रही थी।
12 फरवरी तक ऑनलाइन चलेंगी कक्षाएं
प्रयागराज। महाकुंभ के दौरान आवागमन की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई 12 फरवरी तक ऑनलाइन मोड में जारी रहेगी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) प्रवीण कुमार तिवारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह नियम सभी बोर्डों के विद्यालयों पर लागू होगा। विद्यालयों में शिक्षक समय से उपस्थित रहेंगे और डीबीटी, अपार आईडी जनरेशन, आधार सीडिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करेंगे।
बीएसए का निर्देश – आदेश का सख्ती से पालन हो
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे ऑनलाइन कक्षाओं को प्रभावी ढंग से संचालित करें और बच्चों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की रुकावट न आने दें।
छात्रों और अभिभावकों की राय
- कई अभिभावकों का कहना है कि बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई में ज्यादा रुचि नहीं लेते, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो सकती है।
- वहीं, कुछ शिक्षकों ने भी बताया कि ऑनलाइन कक्षाओं में अनुशासन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है।
- हालांकि, कुछ छात्रों ने इसे सुविधाजनक बताते हुए कहा कि वे ऑनलाइन माध्यम से भी पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
निष्कर्ष
स्कूलों के फिर से खुलने के बाद बच्चों की उपस्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने की उम्मीद है। वहीं, 12 फरवरी तक ऑनलाइन पढ़ाई का आदेश लागू रहने से बच्चों की शिक्षा निरंतर बनी रहेगी।
क्या करें अभिभावक?
- ऑनलाइन कक्षाओं में बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें।
- स्कूल के निर्देशों का पालन करें और समय-समय पर अपडेट लें।
- बच्चों को ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से पढ़ाई के लिए प्रेरित करें।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया अपने विद्यालय प्रशासन या बेसिक शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।