प्रदेश के 150 शिक्षक बनेंगे मास्टर ट्रेनर, विद्यालय प्रबंधन होगा बेहतर
लखनऊ। प्रदेश में विद्यालय प्रबंधन, शिक्षण व्यवस्था और संचालन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी 75 जिलों से 150 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। यह राज्य स्तरीय प्रशिक्षण दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, लखनऊ में आयोजित किया जाएगा।
तीन चरणों में होगा प्रशिक्षण
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान विद्यालय प्रबंध समिति (SMC) के प्रभावी संचालन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। मार्च तक 20 लाख से अधिक प्रशिक्षकों की श्रृंखला तैयार करने का लक्ष्य है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की तिथियां
- पहला बैच: 11-12 फरवरी 2025
- दूसरा बैच: 13-14 फरवरी 2025
- तीसरा बैच: 17-18 फरवरी 2025
ब्लॉक स्तर पर भी होगा प्रशिक्षण
बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि मास्टर ट्रेनर बनने वाले शिक्षक अपने-अपने जिलों में ब्लॉक स्तर पर चयनित दो-दो शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे।
इसके बाद ये प्रशिक्षित शिक्षक ब्लॉक स्तर पर प्रधानाध्यापकों और विद्यालय प्रबंध समिति (SMC) के अध्यक्षों को प्रशिक्षित करेंगे। इस प्रक्रिया से पूरे प्रदेश में विद्यालय संचालन को अधिक प्रभावी और सुचारू बनाया जाएगा।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य
- विद्यालय प्रबंधन को अधिक सशक्त बनाना।
- SMC (विद्यालय प्रबंध समिति) के कार्यों को सुचारू रूप से लागू करना।
- शिक्षण व्यवस्था को अधिक प्रभावी और व्यावहारिक बनाना।
- प्रदेश में 20 लाख से अधिक प्रशिक्षकों की श्रृंखला तैयार करना।
शिक्षा की गुणवत्ता में होगा सुधार
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदेश में विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था और प्रबंधन को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रशिक्षित शिक्षक विद्यालयों के संचालन, शिक्षण विधियों और SMC के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायक बनेंगे।
शिक्षकों के इस प्रशिक्षण से विद्यालयों की गुणवत्ता और शिक्षा के स्तर में व्यापक सुधार आने की उम्मीद है।
अधिक जानकारी के लिए
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से संबंधित अधिक जानकारी के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।