राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस: 10.36 करोड़ बच्चों को मिलेगी दवा
लखनऊ: प्रदेश में 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 1 से 19 वर्ष तक के 10.36 करोड़ बच्चों व किशोरों को एल्बेंडाजोल की टैबलेट खिलाई जाएगी। 14 फरवरी को छूटे हुए लोगों के लिए मॉप-अप राउंड भी चलाया जाएगा।
कृमि संक्रमण की गंभीरता
राज्य में 76% बच्चों के पेट में कृमि संक्रमण की समस्या पाई गई है। यह संक्रमण मुख्य रूप से स्वच्छता की कमी, दूषित पानी और मिट्टी खाने के कारण होता है। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करता है।
स्वास्थ्य विभाग की रणनीति
गुरुवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा ने अभियान की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि:
- सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में यह कार्यक्रम संचालित किया जाए।
- ग्रामीण और नगरीय दोनों क्षेत्रों में अभियान को प्रभावी ढंग से चलाया जाए।
- उच्च शिक्षा संस्थानों में भी दवा उपलब्ध कराई जाए।
एल्बेंडाजोल टैबलेट के फायदे
एल्बेंडाजोल टैबलेट से पेट में मौजूद कृमि नष्ट होते हैं, जिससे बच्चों का पोषण बेहतर होता है और वे बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं।
क्या करें और क्या न करें?
- दवा खाने के बाद तुरंत पानी पिएं।
- दवा लेने से पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ता से परामर्श लें।
- स्वच्छता बनाए रखें और खुले में शौच से बचें।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियान है जो बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करेगा। सभी माता-पिता और शिक्षकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को इस अभियान में शामिल करें और उनका भविष्य स्वस्थ बनाएं।