सिपाही भर्ती: सभी अभ्यर्थियों का नौ महीने का आधारभूत प्रशिक्षण एक साथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों का नौ महीने का आधारभूत प्रशिक्षण एक साथ कराया जाएगा। भर्ती परीक्षा के अंतिम परिणाम घोषित होने के बाद चयनित अभ्यर्थियों की चिकित्सीय जांच की जाएगी।
प्रशिक्षण की चरणबद्ध प्रक्रिया
चयनित अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया कई चरणों में पूरी होगी:
- चिकित्सीय परीक्षण में उपयुक्त पाए जाने वाले अभ्यर्थियों का चरित्र सत्यापन उनके गृह जिलों से कराया जाएगा।
- इसके बाद सभी 75 जिलों में एक माह का प्रारंभिक प्रशिक्षण (JTC) दिया जाएगा।
- JTC के बाद नौ महीने का आधारभूत प्रशिक्षण शुरू होगा।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (डीजीपी प्रशांत कुमार) ने 60,244 अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण को लेकर विशेष समीक्षा बैठक की। उन्होंने इसे प्रदेश की सबसे ऐतिहासिक भर्ती करार दिया और प्रशिक्षण के लिए सभी आधारभूत सुविधाओं और संसाधनों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में विशेष ध्यान दिए जाने वाले बिंदु
- प्रशिक्षुओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण देने के लिए उपयुक्त उपकरणों की व्यवस्था की जाए।
- सिपाहियों को तीन नए कानूनों की गहन जानकारी दी जाए।
- उन्हें साइबर क्राइम की विस्तृत ट्रेनिंग दी जाए और साक्ष्य संकलन की बारीकियों को समझाया जाए।
- महिला प्रशिक्षुओं की सुरक्षा एवं मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए।
- आम जनता के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए सॉफ्ट स्किल्स का प्रशिक्षण भी दिया जाए।
इतिहास में सबसे बड़ी पुलिस भर्ती
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित यह भर्ती अब तक की सबसे बड़ी सिपाही भर्ती मानी जा रही है। इस भर्ती से प्रदेश पुलिस बल को नए, प्रशिक्षित और कुशल सिपाही मिलेंगे, जिससे कानून व्यवस्था को और मजबूत किया जा सकेगा।
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