उत्तर प्रदेश में ग्रामीण छात्रों की पहली पसंद डॉक्टर बनना
बरेली। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टर बनना छात्रों की पहली पसंद बना हुआ है। हाल ही में किए गए एक सर्वे में पाया गया कि 15.35% छात्र-छात्राएं मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। इसके अलावा, लड़कों का झुकाव आर्मी की ओर और लड़कियों का झुकाव शिक्षण की ओर अधिक देखा गया।
ग्रामीण परिवेश का असर करियर विकल्प पर
प्रथम एनजीओ के रीजनल कोऑर्डिनेटर दुर्गेश मिश्रा के अनुसार, छात्रों का करियर चुनाव उनके परिवेश से प्रभावित होता है।
- मेडिकल सुविधाओं की कमी होने के कारण छात्र डॉक्टर बनना चाहते हैं।
- टीवी और सोशल मीडिया पर देशभक्ति की प्रेरणा मिलने से आर्मी जॉइन करने की इच्छा बढ़ी है।
- छात्राओं में शिक्षक बनने का क्रेज अधिक है क्योंकि यह सामाजिक रूप से सम्मानजनक करियर माना जाता है।
हर शनिवार को होती है करियर काउंसिलिंग
छात्रों को उचित मार्गदर्शन देने के लिए पंख पोर्टल से जोड़ा जा रहा है। नोडल अधिकारी कुसुमलता ने बताया कि:
- हर शनिवार स्कूलों में दो विशेष कक्षाएं करियर काउंसिलिंग के लिए आयोजित की जा रही हैं।
- छात्रों की पसंद को समझने के लिए 70 जिलों के ग्रामीण स्कूलों में सर्वे किया गया।
- डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेट और स्मार्टफोन के उपयोग पर भी डेटा जुटाया गया।
डिजिटल लर्निंग का बढ़ता प्रभाव
यूपी के 70 जिलों के 2100 गांवों में किए गए सर्वे में पाया गया कि:
- 77.3% छात्र स्मार्टफोन और इंटरनेट का उपयोग पढ़ाई के लिए कर रहे हैं।
- वीडियो ट्यूटोरियल और डिजिटल रिसोर्सेज का उपयोग करने में 86.1% छात्र-छात्राएं सक्षम हैं।
विद्यार्थियों की पसंद वाले करियर (प्रतिशत में)
करियर विकल्प | लड़के (%) | लड़कियां (%) |
---|---|---|
डॉक्टर | 12 | 18.7 |
आर्मी | 9.7 | 5.85 |
इंजीनियर | 9.75 | 1.45 |
शिक्षक | 2.3 | 12.8 |
आईएएस/आईपीएस | 2.8 | 2.0 |
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर बनने की चाहत सबसे अधिक है। वहीं, आर्मी और टीचिंग भी लोकप्रिय करियर विकल्प बने हुए हैं। डिजिटल लर्निंग का प्रभाव बढ़ रहा है, जिससे छात्रों को बेहतर करियर विकल्प चुनने में मदद मिल रही है।