अपार आईडी न बनने पर शिक्षकों का वेतन रोका, शिक्षकों में नाराजगी
लखनऊ: शहर के सरकारी स्कूलों में सभी बच्चों के ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी न बनने के कारण बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) राम प्रवेश ने सभी शिक्षकों और खंड शिक्षा अधिकारियों का वेतन रोक दिया है।
5 फरवरी तक अपार आईडी बनानी होगी
बीएसए ने स्पष्ट किया कि 5 फरवरी तक सभी बच्चों की अपार आईडी बनानी होगी। अगर शिक्षकों और खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा यह कार्य पूरा नहीं किया गया तो उनका वेतन जारी नहीं किया जाएगा।
1.75 लाख बच्चों में 25% की आईडी अधूरी
शहर के सरकारी स्कूलों में 1.75 लाख बच्चों की अपार आईडी बननी थी, जिसमें से 75% बच्चों के आधार कार्ड बन चुके हैं, लेकिन 25% बच्चों की आईडी अब तक नहीं बन पाई है।
887 निजी स्कूलों को नोटिस
सरकारी स्कूलों के साथ-साथ 887 निजी स्कूलों को भी अपार आईडी बनाने के लिए नोटिस जारी किया गया है। इन स्कूलों के पास भी एक ही दिन का समय बचा है।
18 खंड शिक्षा अधिकारियों को नोटिस जारी
राजधानी और मंडल के 18 खंड शिक्षा अधिकारियों को मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (एडी बेसिक) श्याम किशोर तिवारी ने नोटिस जारी किया है। जांच में पाया गया कि कई खंड शिक्षा अधिकारी शिक्षकों को पूरा सहयोग नहीं दे रहे हैं।
शिक्षकों ने बताई अपार आईडी बनने में आ रही समस्याएं
- कई बच्चों के आधार कार्ड अब तक नहीं बने हैं।
- विद्यालय के अभिलेख और आधार कार्ड की जानकारी में भिन्नता है।
- अभिभावकों की सहमति नहीं मिल रही है।
- एक ही छात्र का नाम दो विद्यालयों में दिख रहा है।
शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन
शिक्षकों का वेतन रोकने के फैसले के विरोध में शिक्षक-शिक्षामित्र अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने बीएसए राम प्रवेश को ज्ञापन सौंपा। मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी हरिशंकर राठौर ने कहा कि यदि वेतन जल्द जारी नहीं हुआ तोआंदोलन किया जाएगा।
शिक्षकों के संगठन ने जताई नाराजगी
इस मौके पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप सिंह, जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रभाकांत मिश्रा, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विनीत कुमार सिंह और अन्य शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
निष्कर्ष
शिक्षकों का वेतन रोकने से नाराजगी बढ़ रही है। 5 फरवरी की अंतिम तारीख नजदीक है, और शिक्षकों को जल्द से जल्द अपार आईडी बनाने की चुनौती का सामना करना होगा।