यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं आज से, 19,481 परीक्षक लगे








यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं आज से, 19,481 परीक्षक लगे

यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं आज से, 19,481 परीक्षक लगे

प्रयागराज। यूपी बोर्ड की 2025 की इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 1 फरवरी से शुरू हो गई हैं। इन परीक्षाओं में 19,481 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, और परीक्षकों को पहली बार ऐप के माध्यम से अंक अपलोड करने का निर्देश दिया गया है।

परीक्षाओं का आयोजन दो चरणों में

यह परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जा रही हैं। पहले चरण की परीक्षाएं 1 से 8 फरवरी तक अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, और गोरखपुर मंडलों में होंगी। वहीं, दूसरे चरण की परीक्षाएं 9 से 16 फरवरी तक आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन, और बस्ती मंडलों में आयोजित की जाएंगी।

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विभिन्न विषयों में परीक्षार्थियों की संख्या

इन प्रयोगात्मक परीक्षाओं में कुल 53 विषयों के लिए परीक्षाएं होनी हैं। सबसे ज्यादा परीक्षार्थी भौतिकी और रसायन विज्ञान के लिए पंजीकृत हैं, जिनकी संख्या क्रमशः 16,50,482 और 16,50,937 है। इसके अलावा जीव विज्ञान, भूगोल, होमसाइंस, कंप्यूटर, म्यूजिक वोकल जैसे विषयों में भी परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।

परीक्षकों के लिए नए दिशानिर्देश

परीक्षकों को ऐप के माध्यम से अंक अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी परीक्षकों को परीक्षा केंद्र पर जाकर 200 मीटर से अधिक दूरी से ऐप का इस्तेमाल नहीं करना होगा। आंतरिक परीक्षकों को भी अपने विद्यालय की लॉगइन आईडी से अंक उसी दिन वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे।

संसाधन की कमी पर होगी सख्त कार्रवाई

यदि किसी विद्यालय में संसाधनों की कमी पाई जाती है, तो संबंधित विद्यालय की मान्यता निरस्त की जा सकती है। राजकीय विद्यालयों में यह जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक की होगी, जबकि अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में प्रबंधक और प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अनुचित दबाव डालने पर सख्त कानूनी कार्रवाई

यदि किसी व्यक्ति ने परीक्षकों पर अनुचित दबाव डालने या प्रलोभन देने की कोशिश की, तो उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 की धारा-9 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें तीन वर्ष तक का कारावास और 3 लाख रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है।

यूपी बोर्ड ने परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं और परीक्षकों को सभी आवश्यक जानकारी पहले ही प्रदान कर दी गई है।


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