शिक्षकों के लिए मानव संपदा पोर्टल बना जंजाल
लखनऊ, अजीत कुमार। परिषदीय शिक्षकों की सेवा संबंधी मामलों के निपटारे के लिए बना मानव संपदा पोर्टल अब शिक्षकों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। पिछले दो महीने से शिक्षक कोई भी ऑनलाइन अनुरोध दर्ज नहीं कर पा रहे हैं और सेवा से जुड़े मामलों में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है।
ऑफलाइन संशोधन पर रोक, शिक्षक परेशान
बेसिक शिक्षा परिषद ने ऑफलाइन संशोधन पर भी रोक लगा दी है, जिससे लाखों शिक्षक अपनी सेवा संबंधी समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। पहले शिक्षकों की समस्याओं का समाधान ऑफलाइन हो जाता था, लेकिन अब यह भी संभव नहीं है।
मुख्य समस्याएं:
- पिछले दो महीने से कोई भी ऑनलाइन अनुरोध दर्ज नहीं हो पा रहा।
- बीआरसी से आवेदन फारवर्ड होने के बाद भी बीएसए कार्यालय में अटक रहे हैं।
- सेवा बुक में इंक्रीमेंट और वेतनमान का ब्यौरा दर्ज नहीं हो पा रहा।
लखनऊ समेत कई जिलों में एनओसी को लेकर संकट
लखनऊ समेत अन्य जिलों में शिक्षकों के चयनित वेतनमान और अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) के लिए ऑनलाइन आवेदन मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से ही लिए जा रहे हैं, लेकिन समस्या यह है कि अभी तक एल-1 और एल-2 अधिकारी नियुक्त नहीं किए गए हैं।
किन जिलों में समस्या अधिक?
- लखनऊ
- कानपुर
- वाराणसी
- गोरखपुर
- प्रयागराज
सीतापुर को छोड़कर अधिकांश जिलों में दिक्कत
सीतापुर जिले को छोड़कर लगभग सभी जिलों में शिक्षकों की सेवा बुक में इंक्रीमेंट और चयनित वेतनमान दर्ज नहीं हो पा रहा है। इससे शिक्षक वेतन बढ़ोतरी और अन्य लाभ से वंचित हो रहे हैं।
शिक्षकों की मांग
- मानव संपदा पोर्टल की तकनीकी खामियों को जल्द से जल्द दूर किया जाए।
- ऑफलाइन आवेदन की फिर से अनुमति दी जाए, ताकि शिक्षक अपनी समस्याओं का समाधान करा सकें।
- लखनऊ समेत अन्य जिलों में एल-1 और एल-2 अधिकारियों की नियुक्ति की जाए।
यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो शिक्षकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। शिक्षा विभाग को इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए।