केंद्रीय बजट 2025: मध्यम वर्ग को राहत के संकेत, आर्थिक विकास को मिलेगी गति
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद के बजट सत्र की शुरुआत करते हुए मध्यम वर्ग और गरीबों को राहत के संकेत दिए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश के हर गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहे।
प्रधानमंत्री मोदी का विशेष संदेश
बजट सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को नमन करते हुए कहा कि यह सत्र देश के आर्थिक विकास और नवाचार के नए अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह बजट 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को मजबूत करेगा।
आर्थिक सर्वेक्षण 2025: महंगाई नियंत्रण में, रोजगार के नए अवसर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण 2025 पेश करते हुए बताया कि अगले वित्तीय वर्ष में महंगाई नियंत्रण में रहेगी और देश की आर्थिक विकास दर 6.3% से 6.8% के बीच रहने की उम्मीद है। सर्वेक्षण में कहा गया कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है।
महत्वपूर्ण आर्थिक बिंदु:
- भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.4% रहने का अनुमान।
- बुनियादी ढांचे जैसे सड़क, रेल, बंदरगाह और हवाई अड्डों पर विशेष ध्यान।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से नई नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे।
महिलाओं के लिए नए अधिकार और योजनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं के लिए समान अधिकार और गरिमा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि बजट सत्र के दौरान महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे, जिससे उन्हें समाज में और अधिक सशक्त बनाया जा सके।
बजट सत्र 2025 से क्या उम्मीदें?
यह बजट सत्र मध्यम वर्ग, गरीबों, महिलाओं और युवा रोजगार को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। सरकार का लक्ष्य है कि देश में आर्थिक स्थिरता बनी रहे और हर वर्ग को राहत मिले।
संभावित घोषणाएं:
- मध्यम वर्ग के लिए टैक्स में राहत
- रोजगार बढ़ाने के लिए AI और टेक्नोलॉजी पर निवेश
- महंगाई को नियंत्रित करने के लिए नीतियां
इस बजट से आर्थिक विकास को मजबूती मिलने की उम्मीद है और देश को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।