आज आर्थिक सर्वेक्षण… कल आम बजट
नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति पर आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी। यह सर्वेक्षण आर्थिक विकास, कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों के प्रमुख रुझानों के साथ-साथ चुनौतियों और नीतिगत सुझावों पर केंद्रित होगा।
वित्त मंत्री का लगातार आठवां बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार, 1 फरवरी को अपना लगातार आठवां बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार का बजट आधारभूत संरचना, सामाजिक कल्याण और कर सुधार पर केंद्रित होगा।
बजट सत्र का कार्यक्रम
बजट सत्र दो चरणों में आयोजित होगा:
- पहला चरण: 13 फरवरी तक
- दूसरा चरण: 10 मार्च से 4 अप्रैल तक
संसद सत्र में उठेंगे प्रमुख मुद्दे
बजट सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। विपक्ष ने वक्फ विधेयक, महाकुंभ हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की मांग की है।
सर्वदलीय बैठक में उठाए गए मुद्दे:
- विपक्ष ने संयुक्त संसदीय समिति पर वक्फ विधेयक से जुड़े निर्णयों में मनमानी करने का आरोप लगाया।
- महाकुंभ हादसे को लेकर सरकार के प्रबंधन पर सवाल उठाए गए।
- कांग्रेस ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर चर्चा की मांग की, जिसमें उन्होंने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को असली आजादी बताया था।
राष्ट्रपति मुर्मू का अभिभाषण
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने संबोधन में मोदी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करेंगी और भविष्य की नीतियों का खाका पेश करेंगी।
बजट में क्या हो सकते हैं मुख्य बिंदु?
विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी सरकार इस बजट के माध्यम से:
- मध्य वर्ग को राहत देने
- आधी आबादी (महिलाओं) के लिए कल्याणकारी योजनाएं घोषित करने
- देश को विकसित भारत बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने
का संदेश दे सकती है।
विधेयक जो होंगे पेश
सरकार बजट सत्र के पहले चरण में कई विधेयकों को पेश करने की योजना बना रही है:
- वक्फ संशोधन विधेयक
- मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक
- विमान वस्तुओं में हितों का संरक्षण विधेयक
- त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक
- आव्रजन और विदेशी विधेयक
- वित्त विधेयक 2025 और संबंधित अनुदान मांगें
बजट पर सभी की निगाहें
आने वाले आम बजट को मोदी सरकार का सबसे चुनौतीपूर्ण बजट माना जा रहा है। यह बजट तय करेगा कि देश अर्थव्यवस्था, रोजगार, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में किस दिशा में आगे बढ़ेगा।
सोमवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर होगी चर्चा
आम बजट पेश होने के बाद सोमवार से दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी। यह बजट न केवल देश के विकास की दिशा तय करेगा बल्कि अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार की रणनीति का भी संकेत देगा।