भारत का बजट सत्र 2024: राष्ट्रपति का संबोधन और आम बजट की प्रमुख बातें
संसद का बजट सत्र शुरू, राष्ट्रपति मुर्मू ने दिया संबोधन
नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के साथ शुरू हुआ। राष्ट्रपति ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया और भविष्य की योजनाओं का खाका पेश किया। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया, जो देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है।
आर्थिक सर्वेक्षण: अर्थव्यवस्था की सेहत और चुनौतियां
आर्थिक सर्वेक्षण में कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र के प्रमुख रुझानों के साथ-साथ आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और चुनौतियों से निपटने के लिए नीतिगत सुझाव शामिल हैं। सर्वेक्षण के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था ने पिछले वर्ष में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन सरकार की नीतियों के कारण इसमें सुधार देखा गया है।
निर्मला सीतारमण का आम बजट: क्या हैं प्रमुख बिंदु?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट पेश किया। यह उनका लगातार आठवां बजट है। बजट में आधारभूत संरचना विकास, समाज कल्याण और कर सुधार को प्रमुखता दी गई है। सरकार ने इस बजट के माध्यम से महिलाओं, मध्यम वर्ग और युवाओं को राहत देने का संकल्प लिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बजट मोदी सरकार के लिए अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण बजट है, क्योंकि इसी से तय होगा कि भारत अगले पांच वर्षों में किस दिशा में आगे बढ़ेगा।
बजट सत्र की प्रमुख चर्चाएं और विधेयक
बजट सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाएंगे, जिनमें वक्फ संशोधन बिल, विमान वस्तुओं में हितों का संरक्षण विधेयक और त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक शामिल हैं। इसके अलावा, वित्त विधेयक 2025 और संबंधित अनुदान मांगों को भी पेश किया जाएगा।
विपक्ष ने वक्फ संशोधन बिल और महाकुंभ हादसे पर चर्चा की मांग की है। कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तारीख को लेकर भी चर्चा की मांग उठाई है।
संसद सत्र का समय और आगे की योजनाएं
बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 10 मार्च से 4 अप्रैल तक होगा। इस दौरान दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होगी और विभिन्न विधेयकों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।