स्पर्श कुष्ठ जागरुकता अभियान एवं कुष्ठ पखवाड़ा 2025
महाकुंभ प्रयागराज 2025: दिव्य-भव्य-डिजिटल एकता का महाकुंभ
तिथि: 30 जनवरी – 13 फरवरी, 2025
क्या आप जानते हैं?
कुष्ठ रोग कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है। यह माइकोबैक्टीरियम लेप्रे नामक बैक्टीरिया के कारण होता है और समय पर इलाज कराने से यह पूरी तरह ठीक हो सकता है।
कुष्ठ रोग के लक्षण
- चमड़ी पर हल्के रंग के दाग-धब्बे, जिनमें सुन्नता हो।
- शरीर के किसी भी हिस्से में दाग/चकत्ता, जिसमें पसीना न आता हो।
- हाथ व पैर की उंगलियों में टेढ़ापन।
- हाथ-पैर की नसों में मोटापन, सूजन व झनझनाहट।
- हाथ व पैर के तलवों में सुन्नपन।
- चेहरे, शरीर व कानों पर गाँठ बनना।
कुष्ठ रोग से जुड़ी भ्रांतियां दूर करें
कुष्ठ पीड़ित व्यक्ति भी सामान्य व सम्मानित जीवन जी सकता है। समाज में उनके साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
भेदभाव का अंत करें, सम्मान से गले लगाएं!
कहाँ से मिले अधिक जानकारी?
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश द्वारा चलाए जा रहे स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान में भाग लें और सही जानकारी प्राप्त करें।
टोल-फ्री हेल्पलाइन: 104