कार्टून, चार्ट व कैलेंडर से पढ़ाई सीखेंगे कक्षा एक के बच्चे
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कक्षा एक के छात्रों के लिए 12 सप्ताह का विद्या प्रवेश कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नवप्रवेशी बच्चों को विद्यालयी शिक्षा के प्रति मानसिक रूप से तैयार करना और पढ़ाई को रोचक बनाना है।
📌 12 सप्ताह का विशेष लर्निंग प्रोग्राम
इस कार्यक्रम में कक्षा एक में प्रवेश लेने वाले बच्चों को कार्टून पात्रों की मदद से अक्षर ज्ञान दिया जाएगा। साथ ही, चार्ट और कैलेंडर के माध्यम से उनकी समझने की क्षमता को बेहतर किया जाएगा।
- बिग बुक की मदद से बच्चों को फल, फूल, पशु-पक्षियों की पहचान कराई जाएगी।
- खेल-खेल में पढ़ाई का तरीका अपनाया जाएगा, जिससे बच्चे सहज रूप से सीख सकें।
- कलात्मक गतिविधियों, कहानी पाठ और खेलकूद के माध्यम से बच्चों की सीखने की प्रक्रिया को आसान और रुचिकर बनाया जाएगा।
📚 शिक्षकों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) द्वारा इस कार्यक्रम के लिए विशेष मॉड्यूल तैयार किया गया है। सभी जिलों में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र (DIET) की ओर से शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे बच्चों को बेहतर तरीके से सिखा सकें।
📅 कब से शुरू होगा कार्यक्रम?
उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालयों में यह कार्यक्रम 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा। इस कार्यक्रम से कक्षा एक के छात्रों को विद्यालय के वातावरण के अनुकूल बनाया जाएगा और वे आसानी से शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे।
🌟 विद्या प्रवेश कार्यक्रम के लाभ
- बच्चों को पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए मनोरंजक गतिविधियाँ कराई जाएंगी।
- खेल-खेल में गणित और भाषा की बुनियादी समझ विकसित होगी।
- विद्यालय के पर्यावरण में बच्चों का सहज सामंजस्य बनेगा।
- रचनात्मकता और सामाजिक कौशल को बढ़ावा मिलेगा।
🔎 निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित विद्या प्रवेश कार्यक्रम कक्षा एक के छात्रों के लिए एक अभिनव पहल है। इससे न केवल बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी, बल्कि वे व्यवस्थित रूप से सीखने के लिए तैयार होंगे। यह कार्यक्रम शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में सहायक सिद्ध होगा।
शिक्षकों और अभिभावकों को इस पहल का पूरा सहयोग करना चाहिए, ताकि बच्चों के शिक्षा जीवन की शुरुआत सुखद और प्रभावी हो सके।