8वीं आर्थिक गणना के लिए फरवरी-मार्च में प्रशिक्षण, मुख्य सचिव ने दिए निर्देश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 8वीं आर्थिक गणना के सफल संचालन के लिए राज्य स्तरीय समन्वय समिति (एसएलएससी) की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने की और सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध तरीके से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
फरवरी-मार्च में होगा प्रशिक्षण
बैठक में निर्णय लिया गया कि जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण फरवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद, मार्च तक उपजिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर, एन्यूमरेटर और सुपरवाइजर का प्रशिक्षण भी संपन्न कर लिया जाएगा। यह सुनिश्चित किया गया कि प्रशिक्षण प्रक्रिया में किसी प्रकार की देरी न हो।
भारत सरकार द्वारा अप्रैल से अक्तूबर तक 8वीं आर्थिक गणना
भारत सरकार द्वारा 2025-26 के लिए देशव्यापी 8वीं आर्थिक गणना का संचालन अप्रैल से अक्तूबर तक प्रस्तावित है। इस गणना का उद्देश्य देश में आर्थिक गतिविधियों और रोजगार की वास्तविक स्थिति के आंकड़े जुटाना है।
आर्थिक गणना का महत्व
मुख्य सचिव ने बताया कि इस गणना से प्रदेश के सभी उद्यमों की स्थिति, कामकाज की प्रकृति और रोजगार संबंधी प्रमाणित आंकड़े जुटाए जाएंगे। ये आंकड़े सरकारी योजनाओं और नीतियों को और अधिक प्रभावी बनाने में मददगार साबित होंगे।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार डॉ. केवी राजू, प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार, प्रमुख सचिव एमएसएमई आलोक कुमार, प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा डॉ. हरिओम, और प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन के. रविंद्र सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।