69000 शिक्षक भर्ती: आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी 25 जनवरी से करेंगे आंदोलन
**क्या है अभ्यर्थियों की मांग?**
अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग के साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने सरकार से सुप्रीम कोर्ट में जल्द से जल्द अपना पक्ष रखकर इस मामले को निस्तारित करने की मांग की है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया कि सरकार की निष्क्रियता के कारण अभ्यर्थी लंबे समय से परेशान हैं और अब उनके पास आंदोलन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
**25 जनवरी को होगा बड़ा प्रदर्शन**
अभ्यर्थी 25 जनवरी को लखनऊ में एकत्र होकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए बड़े प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं। उनका कहना है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। अभ्यर्थी विभिन्न जिलों से लखनऊ पहुंचेंगे और अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
**आंदोलन की पृष्ठभूमि**
69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का कहना है कि इस भर्ती में उनके अधिकारों का हनन हुआ है। उन्होंने कई बार सरकार से इस मामले में कदम उठाने की अपील की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
**सरकार से अपील**
अभ्यर्थियों ने सरकार से अपील की है कि वह जल्द से जल्द सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में प्रभावी पक्ष रखे। उनका कहना है कि सरकार की निष्क्रियता के कारण न केवल उनकी नौकरी में देरी हो रही है, बल्कि उनके भविष्य पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
**क्या होगा आंदोलन का असर?**
इस आंदोलन से सरकार पर दबाव बढ़ने की संभावना है। यदि अभ्यर्थियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह मामला और अधिक तूल पकड़ सकता है। आंदोलन का उद्देश्य केवल अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाना नहीं है, बल्कि न्याय सुनिश्चित करना भी है।