शिक्षक भर्ती: रिक्त पदों और ई-अधियाचन की स्थिति
उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती को लेकर छात्र-छात्राएं प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ई-अधियाचन की मांग कर रहा है, लेकिन इसे अब तक अधियाचन नहीं मिला है, जिससे भर्ती प्रक्रिया ठप पड़ी है।
एडेड माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति
एडेड माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य पद पर भर्ती 10 वर्षों से लंबित है। 2013 में भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी, जो अब तक पूरी नहीं हो सकी है। वर्तमान में प्रधानाचार्य के 3000 से अधिक पद रिक्त हैं।
प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) और प्रवक्ता संवर्ग (PGT) की पिछली भर्ती 2021 में हुई थी। 2022 में नई भर्ती के लिए आवेदन लिए गए, लेकिन परीक्षा अभी तक नहीं हो सकी। इससे 30,000 से अधिक पद रिक्त हैं।
बेसिक शिक्षा की समस्या
बेसिक शिक्षा विभाग में पिछले छह वर्षों से शिक्षक भर्ती नहीं हुई है। सेवानिवृत्ति के चलते प्रति वर्ष रिक्तियां बढ़ रही हैं। हालांकि, विधानसभा में बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा है कि वर्तमान शिक्षक-छात्र अनुपात मानकों के अनुसार है, जिससे भर्ती की स्थिति अधर में है।
अन्य विभागों की स्थिति
अटल आवासीय विद्यालयों में 200 से अधिक पद सृजित हुए हैं, लेकिन अर्हता और नियमावली को लेकर भर्ती प्रक्रिया अटकी है। व्यावसायिक शिक्षा और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी ई-अधियाचन के अभाव में नियुक्तियां लंबित हैं।
बैठक और पत्राचार
चार जनवरी को शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पाण्डेय ने विभिन्न विभागीय प्रमुखों के साथ बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में ई-अधियाचन जल्द भेजे जाने पर चर्चा हुई। परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह भी अधियाचन भेजने के लिए पत्र लिख चुके हैं, लेकिन पोर्टल की दिक्कतें और अर्हता को लेकर प्रक्रिया में देरी हो रही है।